World’s Most Expensive Diamonds: हीरों में कुछ तो जादू होता है, है ना? ये सिर्फ चमकते पत्थर नहीं, बल्कि अपने साथ सदियों पुरानी कहानियां, दंतकथाएँ और एक ऐसा अट्रैक्शन लेकर चलते हैं, जिसे नजरअंदाज करना मुश्किल है. हर हीरा, जिसे जमीन की गहराइयों से निकाला जाता है, अपने भीतर दुर्लभता और आकर्षण की एक अनोखी कहानी समेटे होता है. लगभग 3 अरब वर्षों पुरानी उत्पत्ति वाले हीरे कार्बन से बनते हैं. यह पृथ्वी की सतह से लगभग 500 किमी नीचे अत्यधिक दबाव और तापमान में निर्मित होते हैं. सदियों में ऐसे कई हीरे सामने आए हैं, जो सिर्फ अपनी चमक ही नहीं, बल्कि अपने इतिहास, विशाल आकार और दुर्लभता के कारण भी अनोखे बन गए.
हर हीरा समय, प्रकृति और धैर्य की अद्भुत कारीगरी का प्रमाण है. कुछ अपने विशाल आकार से जगमगाते हैं, कुछ अपनी चमकदार रंगत से, तो कुछ अपनी बेदाग पारदर्शिता से दुनिया को मोहित करते हैं. सदियों से, हीरे धन, शक्ति और अमर सौंदर्य का प्रतीक रहे हैं. समय की कसौटी पर खरे उतरे इन हीरों की कहानियाँ दुनिया भर के कलेक्टर्स और इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करती हैं. चाहे आप हीरों के शौकीन हों या बस इनके रहस्यों को जानना चाहते हों, लेकिन दुनिया के सबसे महंगे हीरे तो लोगों को आकर्षित करते ही हैं. इस सूची में हम दुनिया के शीर्ष 10 सबसे महंगे हीरों के बारे में बताएंगे.
- नंबर 5 तक पूरी दुनिया में लगभग एक राय है, लेकिन इसके बाद के हीरों और उनकी कीमत को लेकर रैंकिंग में लोगों के बीच मतभिन्नता है. इसलिए शुरुआत नंबर 10 की रैंकिंग से होगी. यह रैंकिंग, उनके दाम के अलावा उनकी खूबसूरती पर भी मापी गई है.

10. द ग्राफ लेसेडी ला रोना: 470 करोड़ रुपये से अधिक (53 मिलियन डॉलर)
लॉरेंस ग्राफ इसके मालिक हैं. ग्राफ लेसेडी ला रोना, जिसका अर्थ बोत्सवाना की स्वाना भाषा में है अवर लाइट यानी हमारी रोशनी. यह प्रकृति और मानव कौशल का एक असाधारण उदाहरण है. 2015 में खोजा गया यह अनोखा हीरा 1,109 कैरेट के रफ पत्थर से प्राप्त हुआ था. यह अब तक पाए गए रत्न-गुणवत्ता वाले हीरों में दूसरा सबसे बड़ा है, केवल कुलिनन डायमंड इससे बड़ा है.
ग्राफ ने 2017 में इस ऐतिहासिक रफ डायमंड को 53 मिलियन डॉलर में खरीदा. अगले दो वर्षों तक विशेषज्ञ कटर्स और जेमोलॉजिस्ट्स ने मिलकर इसे 302.37 कैरेट के एक शानदार स्क्वायर एमराल्ड-कट डायमंड में बदला. यह GIA द्वारा प्रमाणित अपनी श्रेणी (रंग और शुद्धता) में अब तक का सबसे बड़ा हीरा है. इस रफ से अतिरिक्त 66 और हीरे भी तैयार किए गए, जो इसकी असाधारण दुर्लभता और विशाल मूल्य को दर्शाता है.

9. डी बियर्स ब्लू: 510 करोड़ (57.5 मिलियन डॉलर)
डी बियर्स ब्लू डायमंड अप्रैल 2022 में सोथबीज हॉन्ग कॉन्ग में आयोजित नीलामी में 57.5 मिलियन डॉलर में बिका था. इसने इस कीमत में बिककर एक नया रिकॉर्ड बनाया था. यह नीलामी में बेचा गया सबसे महंगा ब्लू डायमंड बन गया. यह अद्भुत 15.10 कैरेट का नीला हीरा न सिर्फ नीलामी में अब तक पेश किया गया सबसे बड़ा ब्लू डायमंड है, बल्कि यह GIA द्वारा ग्रेड किया गया सबसे बड़ा फ्लॉलेस स्टेप-कट विविड ब्लू डायमंड भी है. इस हीरे की त्रुटिरहित (फ्लालेस) स्पष्टता और मंत्रमुग्ध कर देने वाला नीला रंग इसे दुनिया का सबसे बड़ा और नीलामी में बिका सबसे शानदार फैंसी विविड ब्लू डायमंड बनाता है.

8. द ओपेनहाइमर ब्लू डायमंड: 510 करोड़ (57.5 मिलियन डॉलर)
इसके पूर्व मालिक सर फिलिप ओपेनहाइमर के नाम पर रखा गया यह 14.62 कैरेट का विविड ब्लू डायमंड 2016 में क्रिस्टीज की नीलामी में 57.5 मिलियन डॉलर में बिका था. ओपेनहाइमर परिवार कई पीढ़ियों से हीरा उद्योग में अग्रणी रहा है. सर फिलिप के पास दुनिया का कोई भी हीरा चुनने का विकल्प था, लेकिन उन्होंने इसे चुना. इसके परफेक्ट रंग, शानदार अनुपात और बेहतरीन आयताकार (एमराल्ड) कट की वजह से यह परिवार की शान बना. यह असाधारण हीरा विविड ब्लू के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसकी खूबसूरती को इसका क्लासिकल एमराल्ड कट और भी निखारता है.

7. विलियमसन पिंक स्टार: 510 करोड़ (57.7 मिलियन डॉलर)
2022 में, विलियमसन पिंक स्टार को सोथबीज हॉन्ग कॉन्ग में 57.7 मिलियन डॉलर की हैरान कर देने वाली कीमत में बेचा गया. यह 11.15 कैरेट का कुशन-कट फैंसी विविड पिंक डायमंड तंजानिया की प्रसिद्ध विलियमसन खदान से निकाला गया था. उसी खदान के नाम पर ही इसका नाम रखा गया. इस हीरे की प्रति कैरेट कीमत 5 मिलियन डॉलर से अधिक रही, जिससे यह प्रति कैरेट आधार पर अब तक का सबसे महंगा नीलामी में बिका हुआ हीरा बन गया.
यह नीलामी में बिका दूसरा सबसे महंगा आभूषण भी बना, जो उसी साल बेचे गए रिकॉर्ड-तोड़ CTF पिंक स्टार के बाद आता है. 32.32 कैरेट के रफ़ डायमंड से निकाले गए इस हीरे को उत्कृष्ट रूप से काट-छांटकर 11.15 कैरेट कुशन-कट में बदला गया, और इसे रोज़ गोल्ड की अंगूठी में जड़ा गया जिसमें सफेद और गुलाबी दोनों हीरे लगे हैं. यह एक गाढ़े गुलाबी रंग का है.

6. द रीजेंट डायमंड: 532 करोड़ रुपये से अधिक (60 मिलियन डॉलर)
140.64 कैरेट वजन वाला रीजेंट डायमंड एक अद्भुत रत्न है, जिसकी इतिहास यात्रा भारत की कोल्लूर खदान से शुरू होती है. इसे खोजने के बाद एक भारतीय गुलाम व्यक्ति ने इसे छिपा लिया था, लेकिन बाद में एक अंग्रेज समुद्री कप्तान ने उसकी हत्या कर दी और हीरे को एक व्यापारी को बेच दिया. यह हीरा अंततः फ्रांस पहुँचा, जहां यह लुई XV और लुई XVI के मुकुटों में जड़ा गया और मैरी एंटोइनेट की टोपी को भी सजाया. 1801 में नेपोलियन बोनापार्ट ने इसे स्थायी रूप से हासिल किया और अपनी तलवार के गार्ड में जड़वाया.
फ्रांसीसी क्रांति के दौरान यह चोरी हो गया था, लेकिन सालों बाद इसे वापस प्राप्त कर लिया गया और अब यह लूव्र संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है. 60 मिलियन डॉलर से अधिक की कीमत के साथ, रीजेंट डायमंड की अनोखी सुंदरता और उतार–चढ़ाव भरी इतिहास गाथा इसे दुनिया के सबसे मूल्यवान हीरों में शुमार करती है. हाल ही में लूव्र म्यूजियम में चोरी भी हुई थी.
- इसके बाद के सभी हीरों के बारे में पूरी दुनिया में एक मूल्य की मान्यता है. यानी सभी इसे इसके ज्ञात मूल्य से ही जानते हैं. अब तक नीचे के पांचों हीरों से महंगा हीरा नहीं मिला है.

5. द पिंक स्टार: ₹5,87 करोड़ (71.2 मिलियन डॉलर)
1999 में दक्षिण अफ्रीका में खोजा गया पिंक स्टार हीरा अब तक का सबसे बड़ा फैंसी विविड पिंक डायमंड है. इसे पहले स्टीनमेट्ज पिंक के नाम से जाना जाता था. इसे फैंसी विविड पिंक ग्रेड दिया गया है. शुरू में इसका वजन 132.5 कैरेट था और इसे काटने व चमकाने में दो साल लगे. इसकी चमक, आकार और दुर्लभ गुलाबी रंग इसे एक अद्वितीय हीरा बनाते हैं.
2017 में इसे हांगकांग की कंपनी चाउ ताई फूक एंटरप्राइजेज ने सोथबीज की नीलामी में एक टेलीफोन बोली के माध्यम से खरीदा था. उसने इसका नाम बदलकर CT Pink Star रखा, जो कंपनी के वर्तमान चेयरमैन के दिवंगत पिता की स्मृति में किया गया था. अब यह 59.60 कैरेट का आंतरिक रूप से बेदाग (इंटरनली फ्लॉलेस) ओवल आकार का हीरा है.

4. द सेंचुरी डायमंड: ₹8,25 करोड़ (100 मिलियन डॉलर)
यह हीरा अपनी बेदाग स्पष्टता और प्रीमियम रंग रेटिंग के लिए जाना जाता है. 1988 में डी बियर्स कंपनी की सेंटेनरी सेलिब्रेशन के दौरान इसे दुनिया को दिखाया गया था. अब यह कंपनी के पास नहीं है और इसके वर्तमान मालिक के बारे में कोई जानकारी नहीं है. अपनी फ्लॉलेस क्लैरिटी के कारण यह दुनिया के सबसे महंगे हीरों में शामिल है.
रफ रूप में सेंचुरी डायमंड का वजन 500 कैरेट से भी अधिक था. बाद में इसे काटकर एक मॉडिफाइड हार्ट-शेप में 273.85 कैरेट तक छोटा कर दिया गया. कैरेट वजन में कमी के बावजूद, इसमें रंग (डी ग्रेड) और स्पष्टता (फ्लॉलेस) की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आया. इस अनोखे हीरे को रीकट करने में विशेषज्ञों की टीम को कुल 154 दिन लगे थे.

3. होप डायमंड: ₹16,50 से ₹20,60 करोड़ (200–250 मिलियन डॉलर)
माना जाता है कि 1600 के दशक में इसे भारत में खोजा गया था. यह अपनी गहरी नीली चमक और रहस्यमयी इतिहास के लिए मशहूर है. इस होप डायमंड को 1668 में फ्रांस के राजा लुई XIV ने खरीदा था, लेकिन 1791 में शाही जेवरात की लूट के दौरान चोरी हो गया और लगभग 50 साल तक गायब रहा. 1839 में यह फिर लंदन में मिला. 45.52 कैरेट का यह फैंसी डार्क ग्रे-ब्लू एंटीक कुशन-कट हीरा है.
1949 में हीरा व्यापारी हैरी विंस्टन ने इसे खरीदा और बाद में स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूशन को दान कर दिया, जहाँ यह आज भी बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है. आज यह स्मिथसोनियन म्यूजियम में रखा है. इसका इतिहास, रंग और रहस्य इसे दुनिया के सबसे कीमती रत्नों में शुमार करते हैं. इस पत्थर को एक “शापित हीरा” भी माना जाता है, क्योंकि इसके कई मालिकों या जो भी इस हीरे के संपर्क में आया, उसके साथ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ हुईं.

2. कुलिनन: लगभग ₹17,000 करोड़ से ज्यादा (लगभग 2 बिलियन डॉलर)
1905 में खोजा गया कुलिनन, जिसे स्टार ऑफ अफ्रीका भी कहा जाता है. यह दक्षिण अफ्रीका के कुुलिनन शहर में मिला था. दुनिया में अब तक पाया गया सबसे बड़ा रफ हीरा है. जब मिला था तब इसका वजन 3,106.75 कैरेट था. यह हीरा बाद में ब्रिटेन के राजा एडवर्ड VII को उपहार में दिया गया. इसे बाद में नौ प्रमुख पत्थरों में काटा गया, जिनमें से कई ब्रिटिश क्राउन ज्वेल्स का हिस्सा हैं. इनमें सबसे बड़ा, कुलिनन I, 530.2 कैरेट का है और ब्रिटेन के राजा के राजदंड के शीर्ष पर जड़ा है. इसका विशाल आकार और राजसी महत्व इसे दुनिया के सबसे महंगे और ऐतिहासिक हीरों में शामिल करता है.

1. द कोह-ए-नूर यानी कोहिनूर: मूल्य अज्ञात यानी अनमोल
दुनिया के सबसे महंगे हीरों की सूची में शीर्ष पर है कोह-ए-नूर. यह एक पौराणिक और ऐतिहासिक हीरा है. कोहिनूर अपनी ही एक अलग श्रेणी में आता है. फारसी में “को-ए-नूर” यानी प्रकाश का पर्वत के नाम से जाना जाने वाला यह हीरा अपनी चमक और अनोखी खूबसूरती के कारण आज भी दुनिया का सबसे बहुमूल्य हीरा माना जाता है. माना जाता है कि यह लगभग 793 कैरेट का था, जिसे बाद में इसकी अद्भुत चमक निकालने के लिए कई बार काटा गया और अब यह 105.6 कैरेट का रह गया है.
यह ओवल आकार का हीरा माना जाता है कि 1300 के दशक में भारत में निकाला गया था. इस हीरे को लेकर विवाद इसकी स्वामित्व दावे पर है. यह दक्षिण भारत से दिल्ली, दिल्ली से अफगानिस्तान, अफगानिस्तान से फिर दिल्ली और फिर दिल्ली से इंग्लैंड पहुंचा. भारत का कहना है कि ब्रिटेन ने इसे छीन लिया था और इसे भारत को लौटाया जाना चाहिए.
1850 में ब्रिटेन ने इसे अपने कब्जे में लिया और 1852 में प्रिंस अल्बर्ट ने इसकी चमक बढ़ाने के लिए इसे 186 कैरेट से काटकर 105.6 कैरेट करवा दिया. यह रंगहीन ओवल-कट हीरा “माउंटेन ऑफ लाइट” और “डायमंड ऑफ बाबर” के नाम से भी जाना जाता है. आज कोहिनूर दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और चर्चित हीरों में से एक है.
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