11.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

आतंकी से राष्ट्रपति बना शख्स! अल-कायदा सरगना अहमद अल-शरा ने UN में गरजकर कहा- सीरिया पर से अमेरिकी बैन हटाओ

Syria President Ahmed Al Sharaa UN Speech: कभी अल-कायदा का चेहरा, आज सीरिया का राष्ट्रपति. अहमद अल-शरा ने संयुक्त राष्ट्र में दिया ऐतिहासिक भाषण. बशर अल-असद की विदाई के बाद नई कहानी लिखते शरा अब दुनिया के लिए बड़ा सवाल हैं कि क्या वो सीरिया का भविष्य बदल पाएंगे?

Syria President Ahmed Al Sharaa UN Speech: जिस शख्स को कभी अमेरिका ने आतंकवादी कहा, वही आज न्यूयॉर्क में खड़ा होकर संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर रहा है. वही मंच, वही माइक्रोफोन और दुनिया की वही बड़ी-बड़ी ताकतें, जिनके खिलाफ कभी उसने बंदूक उठाई थी. नाम है अहमद अल-शरा. कभी अबू मोहम्मद अल-जोलानी के नाम से जाने जाते थे, आज सीरिया के राष्ट्रपति हैं. और यह सब हुआ बशर अल-असद की विदाई के बाद.

58 साल बाद UN में सीरिया की आवाज

बुधवार (24 सितंबर) का दिन सीरिया के लिए ऐतिहासिक रहा. करीब छह दशक बाद पहली बार किसी सीरियाई राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भाषण दिया.

अहमद अल-शरा, जिन्होंने 2024 के अंत में बशर अल-असद को सत्ता से बाहर किया, न्यूयॉर्क पहुंचे और 80वें सत्र को संबोधित किया. भाषण के बाद उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की और 2019 के सीजर एक्ट के तहत लगी अमेरिकी पाबंदियों को हटाने की अपील दोहराई.

Syria President Ahmed Al Sharaa UN Speech: ट्रंप से मुलाकात और सुर्खियां

सीरिया का नया चेहरा बनने से पहले भी शरा ने खबरों में जगह बनाई थी. कुछ महीने पहले उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद उन्होंने ट्रंप को कहा था, “यंग, टफ गाए.” यानी जो इंसान कभी अमेरिका का दुश्मन माना जाता था, वही अब अमेरिका के राष्ट्रपति से हाथ मिला रहा था.

पढ़ें: अब हनुमान चालीसा अंग्रेजी में भी! कवि-राजनयिक अभय कुमार का नया अनुवाद लॉन्च, भक्त और प्रबंधन विशेषज्ञ हुए दंग

जेल, जिहाद और फिर राजनीति

1982 में रियाद (सऊदी अरब) में जन्मे शरा मूल रूप से गोलन हाइट्स के परिवार से हैं. 2000 के शुरुआती सालों में वे जिहादी संगठनों से जुड़े और अमेरिका के इराक पर हमले के दौरान अल-कायदा इन इराक में शामिल हो गए. 2006 में अमेरिकी सेना ने उन्हें पकड़ लिया और पांच साल जेल में रखा. 2011 की अरब स्प्रिंग के बाद वह सीरिया लौटे और वहां शुरू हुए गृहयुद्ध में कूद पड़े.

गृहयुद्ध के दौरान शरा ने अल-नुसरा फ्रंट बनाया. यह संगठन सीरियाई युद्ध में बड़ी ताकत बना. लेकिन 2016 में शरा ने सबको चौंकाते हुए अल-कायदा से दूरी बना ली और संगठन का नाम बदलकर हयात तहरीर अल-शाम (HTS) कर दिया. उन्होंने दुनिया से कहा कि अब उनकी लड़ाई सिर्फ सीरिया के लिए है. इसके साथ ही उन्होंने खुद को भी रीब्रांड किया. अबू मोहम्मद अल-जोलानी से बन गए अहमद अल-शरा.

ये भी पढ़ें: ‘ओम शांति, शांति ओम’ के साथ इस मुस्लिम देश के राष्ट्रपति ने UN में दिया जबरदस्त संदेश! गाजा–इजराइल पर कही बड़ी बात

असद का पतन और नई कहानी की शुरुआत

2024 आते-आते शरा सीरिया की राजनीति का सबसे बड़ा चेहरा बन गए. उन्होंने बशर अल-असद की सत्ता गिरा दी और राष्ट्रपति बन गए. इसी साल उनकी रियाद में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात हुई, जिसने उनकी अंतरराष्ट्रीय छवि को और मजबूत कर दिया. जब न्यूयॉर्क में अहमद अल-शरा संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोले तो उनका बयान सीधा और साफ था कि यह है सीरिया की वापसी, सालों के दर्द और अलगाव के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में लौटता हुआ सीरिया. 

उन्होंने जोर देकर कहा कि अब समय आ गया है जब सीरिया पर लगी पाबंदियां हटाई जाएं. अभी शरा पश्चिमी देशों से बातचीत करके “टिकिंग द राइट बॉक्स” करते दिख रहे हैं. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या एक ऐसे इंसान पर भरोसा किया जा सकता है, जिसका अतीत अल-कायदा से जुड़ा रहा हो? इतिहास चाहे जो कहे, इतना तय है कि छह दशक बाद UNGA में सीरिया की गूंज और अहमद अल-शरा का भाषण एक नए दौर की दस्तक है.

Govind Jee
Govind Jee
गोविन्द जी ने पत्रकारिता की पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल से की है. वे वर्तमान में प्रभात खबर में कंटेंट राइटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत हैं. वे पिछले आठ महीनों से इस संस्थान से जुड़े हुए हैं. गोविंद जी को साहित्य पढ़ने और लिखने में भी रुचि है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel