इस्लामाबाद : पाकिस्तान की नई सरकार ने 16 संघीय मंत्रलयों और अमेरिका एवं ब्रिटेन में देश के मिशन के ‘गुप्त कोषों’ को समाप्त कर दिया है.
आज जारी एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकार के इस कदम से 16 खरब रपए की बचत होगी. देश के वित्त विभाग ने कल मंत्रलयों और विदेशी मिशन की ‘गुप्त सेवा खचरें’ को खत्म करने के लिए एक कार्यालय ज्ञापन जारी किया था.
दैनिक समाचार पत्र द न्यूज डेली की खबर के मुताबिक, इस फैसले का खुफिया एजेंसियों के गुप्त कोषों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि गृह एवं सूचना मंत्रलयों सहित देश के 16 मंत्रलयों के पास ‘गुप्त सेवा का बड़ा कोष’ था, जिसका इस्तेमाल वे उन उद्देश्यों के लिए करते थे, जो सार्वजनिक रुप से ज्ञात नहीं है. इन गुप्त कोषों का नियमित ऑडिट भी नहीं हो सकता था.
अखबार ने एक आधिकारिक सूत्र के हवाले से कहा, ‘‘इस फैसले के अमल में आने से अमेरिकी और ब्रिटेन में मौजूद पाकिस्तानी मिशन का गुप्त कोष समाप्त हो जाएगा.’’ पाकिस्तान में नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार ने भ्रष्टाचार की रोकथाम और सुशासन मुहैया कराने के मकसद से गुप्त सेवा खचरें को खत्म करने का फैसला लिया है.
इस रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘यह एक ‘खुला रहस्य’ है कि सरकार अपने विरोधियों की वफादारी हासिल करने, दुश्मनों को निशाना बनाने और उन तमाम मामलों में इस गुप्त कोष का उपयोग करती है, जो सुशासन की श्रेणी में नहीं आते हैं.’’
इससे पहले पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में वित्त मंत्री इसहाक डार ने कल अपने भाषण में कहा था कि हाल के दिनों में पता चला है कि मंत्रलयों और विभागों की एक लंबी फेहरिस्त है जो गुप्त सेवा खचरें के नाम पर बड़ी धन राशि हासिल कर रही है, जिसका कि कोई ऑडिट भी नहीं हो रहा है. डार ने कहा कि वित्त मंत्रलय ने इन खचरें को तुरंत रोकने और बची हुई राशि लौटाने का निर्देश जारी किया है.