वाशिंगटन : पेंटागन के एक शीर्ष अधिकारी ने सांसदों से कहा है कि अफगानिस्तान में अमेरिका की हार से क्षेत्र में अस्थिरता और चरमपंथी समूहों के फिर से सिर उठाने की आशंका पैदा हो सकती है.
ज्वाइंट चीफ आफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्टिन डिम्पसी ने सीनेटरों को बताया, ‘‘ क्षेत्र में अस्थिरता पैदा होगी. मुङो लगता है कि पाकिस्तान की सीमा पर समस्याएं पैदा हो जाएंगी. ईरान को क्षेत्रीय स्तर पर अधिक आक्रामक होने का मौका मिलेगा. ’’ उन्होंने कल कांग्रेस में सुनवाई के दौरान कहा, ‘‘ हिंसक चरमपंथी समूह फिर से सिर उठा सकते हैं.’’
डिम्पसी ने कहा, ‘‘ हार और जीत के बीच निश्चित रुप से अंतर है और इसी से हमारी अब और 2014 की समाप्ति पर की जाने वाली कार्रवाई निर्धारित होगी. ’’
सुनवाई के दौरान सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा, ‘‘ 2014 के बाद हमें अफगानिस्तान में हजारों सैनिकों की जरुरत नहीं है. मैं समझता हूं कि हमें अफगानों का विश्वास बनाए रखने और उनकी क्षमता को बढाने के लिए एक सीमित संख्या में बलों को रखने की जरुरत है ताकि हम इस युद्ध को उचित तरीके से समाप्त कर सकें.’’
रक्षा मंत्री चक हेगल ने कहा कि अफगानिस्तान में अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव एक महत्वपूर्ण घटना होगी क्योंकि यह विश्वास, स्व शासन तथा अधिकारों के बारे में है. डिम्पसी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ संबंधों में हालिया आघात के बाद अमेरिका इन संबंधों को फिर से ठीक करने में लगा है.