इस्लामाबाद : पाकिस्तान भारत को गैर-विभेदकारी बाजार पहुंच (एनडीएमए) का दर्जा प्रदान करेगा ताकि द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाया जा सके. यह बात वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने कही. डॉन अखबार ने आज खान के हवाले कहा यह सबसे तरजीही देश (एमएफएन) का मामला नहीं है कि बल्कि हम इसे एनडीएमए कहते हैं जिसके तहत गैर-विभेदकारी और समानांतर बाजार पहुंच की व्यवस्था है.
हैदराबाद चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्टरी (एचसीसीआइ) के सदस्यों को संबोधित करने के बाद खान ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की इस सप्ताह की भारत यात्रा सकारात्मक रही और वह प्रतिक्रियावादी कूटनीति में नहीं उलझे. खान ने कहा कि हालांकि पाकिस्तान की कश्मीर, सियाचीन, अफगानिस्तान, सर क्रीक और जल संबंधी मुद्दों पर कुछ आपत्ति है और सिर्फ अपनी आपत्तियों की सूची सौंपना कूटनीति नहीं है.
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय कारोबार 2012-13 के दौरान बढ़कर 2.6 अरब डालर हो गया जो पिछले साल के 1.94 अरब डालर के स्तर से 34.4 प्रतिशत अधिक है. पाकिस्तान के विभिन्न हलकों विशेष धुर दक्षिणपंथियों ने सबसे तरजीही देश जैसे पारिभाषिक शब्द पर आपत्ति जताई थी. भारत ने 1996 में ही पाकिस्तान को सबसे तरजीही देश का दर्जा दे दिया है.