Bareilly Violence: उत्तर प्रदेश के बरेली में बीते शुक्रवार (26 सितम्बर) को हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस एक्शन में है. बरेली पुलिस ने सोमवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद के अध्यक्ष तौकीर रजा के एक करीबी सहयोगी को हिरासत में ले लिया है. शुक्रवार को आई लव मोहम्मद अभियान के दौरान भड़की हिंसा मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक बरेली के SSP अनुराग आर्य ने बताया कि नदीम को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. उन्होंने इसे अचानक घटी घटना नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित करार दिया है.
पूर्व नियोजित थी बरेली हिंसा- पुलिस
पुलिस का कहना है कि 26 सितम्बर को ‘I Love Muhammad’ कैंपेन के नाम पर हुई हिंसा एक सोची-समझी साजिश थी. बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अलग-अलग इलाकों में आई लव मोहम्मद लिखे पोस्टर बैनर लेकर मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे थे. इस दौरान खलील स्कूल के पास कुछ शरारती तत्वों ने तोड़फोड़ की और पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठियों का इस्तेमाल किया. बाद में मामले में मौलाना तौकीर रजा समेत कई लोगों को इस उपद्रव के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए गिरफ्तार कर लिया गया.
नदीम ने जुटाई भीड़- बरेली पुलिस
बरेली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच से पता चला है कि नदीम ने कथित तौर पर इन घटनाओं की योजना बनाई और उसने व्हाट्सएप के जरिए 55 चुनिंदा लोगों को कॉल किया और उन लोगों ने करीब 1600 लोगों की भीड़ जुटाई. अधिकारी ने आगे कहा, “हिंसा के पीछे की साजिश कथित तौर पर CAA (नागरिकता संशोधन कानून) और NRC (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) विरोधी प्रदर्शनों की तर्ज पर रची गई थी, जिसमें नाबालिगों को भीड़ में सबसे आगे रखने की योजना थी.” उन्होंने कहा कि नदीम और उसके साथी कथित तौर पर खलील स्कूल चौराहे और श्यामगंज इलाके सहित प्रमुख स्थानों पर अशांति भड़काने के लिए सक्रिय थे.
पुलिस को नदीम ने किया गुमराह
घटना की जांच कर रही पुलिस ने दावा किया है कि नदीम ने शुक्रवार की नमाज के बाद खान की ओर से प्रस्तावित प्रदर्शन के बारे में शुरू में अधिकारियों को गुमराह किया था. गुरुवार की रात वह कथित तौर पर अपने साथियों नफीस और लियाकत के साथ पुलिस के पास गया और उन्हें आश्वासन दिया कि शुक्रवार को कोई प्रदर्शन नहीं होगा. हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि उस रात उसने पुलिस को जो पत्र सौंपा था, वह बाद में जाली पाया गया.
कई मामलों में दर्ज है प्राथमिकी
पुलिस के अनुसार हिंसा भड़काने, दंगा करने, पथराव करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसे अपराधों से संबंधित धाराओं के तहत मौलाना तौकीर रजा समेत 180 नामजद और 2,500 अज्ञात दंगाइयों के खिलाफ 10 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है. वहीं बरेली और आसपास के जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. बरेली में सोमवार को भी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बाधित है.

