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मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भारी बवाल
मालदा: चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाते हुए एक रोगी के परिजनों ने मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. रविवार की देर शाम घटी इस घटना के बाद पूरे अस्पताल परिसर में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. आरोप है कि परिजनों ने कई लोगों के साथ मारपीट भी की. स्थिति बिगड़ते […]
मालदा: चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाते हुए एक रोगी के परिजनों ने मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की. रविवार की देर शाम घटी इस घटना के बाद पूरे अस्पताल परिसर में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. आरोप है कि परिजनों ने कई लोगों के साथ मारपीट भी की. स्थिति बिगड़ते देख मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डों, ऑपरेशन थियेटर में कार्यरत डॉक्टर एवं नर्स जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए. बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने बवाल मचा रहे एक व्यक्ति को हिरासत में लिया. मेडिकल प्रबंधन की ओर से किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं कराये जाने के कारण बाद में उस युवक को रिहा कर दिया गया.
मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल अमित दॉ ने बताया है कि पूरे मामले पर विचार-विमर्श करने के बाद ही थाने में शिकायत दर्ज करायी जायेगी. इस बीच, मेडिकल कॉलेज सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिकंदर मुंशी (25) नामक एक युवक अपनी मोटरसाइकिल से घर लौट रहा था. इसी क्रम में एक टोटो के साथ उसकी टक्कर हो गयी. जिसमें वह घायल हो गया. घायल युवक को उसके परिजन इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले गये. वहां डॉक्टरों ने उसकी कोई चिकित्सा नहीं की. परिजनों का आरोप है कि काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी कोई डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी घायल युवक को देखने नहीं आया. उसके बाद ही परिजन भड़क गये. इन लोगों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. उस समय मेडिकल कॉलेज में उपस्थित डॉक्टर व नर्स एवं अन्य कर्मचारी डर गये. यह लोग कॉलेज परिसर छोड़कर बाहर निकल गये.
बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. इस बीच, आम लोगों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही है. उसके बाद भी सुरक्षा की व्यवस्था यहां नहीं है. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी ऐसे मामले को दबाने की कोशिश में लगा रहता है. इंगलिश बाजार थाने के आइसी दिलीप कर्मकार ने बताया है कि तोड़फोड़ की इस घटना में व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था. पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराये जाने की वजह से उसे छोड़ दिया गया. यदि इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज करायी जाती है, तो पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल अमित दॉ ने चिकित्सा में लापरवाही के आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा है कि तोड़फोड़ की घटना के बाद रोगी के परिजनों ने उनसे माफी मांग ली है. फिर भी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाये जाने के कारण उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. वह विचार-विमर्श करने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज करायेंगे.
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