दार्जिलिंग : पश्चिम बंगाल पहाडिया माइनोरिटी डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन एंव रेभ फादर सोलोमन सुब्बा ने कहा है कि जनता को न्याय दिलाने के लिए मैं आमरण अनशन पर भी जाने को तैयार हूं. एनआरसी और नागरिक संशोधन एक्ट के खिलाफ गुरुवार को पश्चिम बंगाल पहाडिया माइनोरिटी डेवलपमेंट बोर्ड के नेतृत्व में दार्जिलिंग में विराट विरोध मार्च निकाला गया. शहर के रेलवे स्टेशन से निकाली गयी रैली का नेतृत्व रेभ फादर सोलोमन सुब्बा स्वंय कर रहे थे.
आयोजित रैली में मुस्लिम समुदाय के धर्म गुरू मौलाना, इसाई धर्म गुरू पास्टर आदि से लेकर यूसीएमओ के नेतृत्व और हजारों लोग शामिल थे. आज की विरोध रैली शहर के रेलवे स्टेशन से शुरू होकर शहर के गोयनका रोड,चौक बाजार होकर लाडेनला रोड होकर चौरस्ता पहुंची, जहां उक्त रैली पथसभा में परिणत हो गयी.
पत्रकारों से बात करते हुए रेभ फादर सोलोमन सुब्बा ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने देश को जाति और धर्म के नाम पर विभाजित करने का काम किया है, जो देश के लिए खतरा है. एनआरसी और नागरिक संशोधन एक्ट दोनों देश हित में नहीं है. चेयरमैन सुब्बा ने कहा कि भारत सबका है.
यहां सभी तरह के रंग है. इस फुलबारी में तरह- तरह के फूल सदियों से रहे हैं, लेकिन केन्द्र सरकार ने इस फूलबारी को जाति और धर्म के नाम पर तबाह करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हमारे विरोध को अगर नजरअंदाज किया या अनसुना किया तो मैं आमरण अनशन पर जाने को तैयार हूं.
वरिष्ठ कार्यकर्ता नफिस अहम्मद ने पत्रकारों से कहा कि केन्द्र सरकार ने देश को जाति और धर्म के नाम पर बांटने का काम किया है, जो अच्छी बात नहीं है. केन्द्र की भाजपा सरकार का हमजोरदार से विरोध करेंगे. सभा को यूसीएमओके महासचिव दिवस सब्बा,पावाल माक्तान,रभ एमडी राई,पास्टर श्यामल शर्पा, राजश मखिया, पास्टर धीरज प्रधान, योगेश्श राई और दावा तामांग आदि ने भी संबोधित किया.