विधान मार्केट में नवनिर्मित 20 दुकानों का मामला
गौतम देव ने अवैध तरीके से बनीं दुकानों को करोड़ों रुपये में बेचने का लगाया आरोप
सिलीगुड़ी : पर्यटन मंत्री गौतम देव द्वारा विधान मार्केट में नवनिर्मित दुकानों को तोड़ने का आदेश देने के बाद भड़के कारोबारियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. बताया जा रहा है कि विधान मार्केट की सरकारी जमीन पर 20 दुकानों के उपर अवैध निर्माण कराये जाने की खबर पाकर गौतम देव शनिवार को विधान मार्केट पहुंचे.
दुकानों का निरीक्षण करने के बाद मंत्री ने उसे तोड़ने का निर्देश दिया. वहीं व्यापारियों का कहना है कि उनकी तीन पीढ़ी पिछले कई दशकों से वहां व्यापार कर रही है. लेकिन अभी तक उन्हें दुकान का मालिकाना हक नहीं मिल पाया है. नाराज दुकानदारों ने पर्यटन मंत्री से माफी मांगने की मांग की है.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि गत 11 जून को अगलगी में विधान मार्केट की आठ दुकान जलकर राख हो गई थी. जिसके बाद एसजेडीए की ओर से उसे फिर से बनाने का आश्वासन दिया गया था. बताया जा रहा है कि वहां आठ दुकानों के बाद भी अलग से दुकानों का निर्माण कार्य चल रहा है. खबर मिलते ही शनिवार सुबह गौतम देव विधान विधान मार्केट पहुंचे. पूरा नजारा देखकर वे आग बबूला हो गये.
इस दौरान उन्होंने बाजार के कुछ कारोबारियों पर जबरन अवैध निर्माण करने का आरोप लगाया. साथ ही मौके पर उपस्थित एसजेडीए के अधिकारियों को भी फटकार लगाई. इस दौरान मंत्री ने अवैध तरीके से बनाये गये उन दुकानों को तोड़ने का निर्देश दिया. साथ ही आरोपियों को चिन्हित कर उन्हें सजा देने की बात कही.
गौतम देव के फरमान के बाद दोपहर में विधान मार्केट व्यवसायी समिति के सदस्य एक रैली के माध्यम से विधान रोड में इकट्ठा हुए. कारोबारियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कारोबारियों ने मंत्री से माफी मांगने की बात कही. कारोबारियों के विरोध प्रदर्शन से विधान रोड के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. परिचालन पूरी तरह ठप हो गया.
खबर मिलते ही सिलीगुड़ी थाना के साथ पानीटंकी आउट पोस्ट की पुलिस टीम मौके पर पहुंची. इस दौरान पुलिस के साथ व्यापारियों की धक्कामुक्की भी हुई. पुलिस द्वारा एक सप्ताह के अंदर बैठक के माध्यम से इसका समाधान का आश्वासन मिलने पर कारोबारियों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त किया.
इस मामले को लेकर विधान मार्केट व्यवसायी समिति के सचिव बापी साहा ने बताया कि वहां 1630 दुकान है. जिससे हजारों लोगों का परिवार चलता है. इसके अलावे वे पिछले 57 वर्षों से वहां कारोबार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले महीने अगलगी में आठ दुकान राख हो गई थी. घटना के बाद मंत्री ने इलाके का दौरा करके उन्हें रास्ता बड़ा करने का निर्देश दिया था. मंत्री की बात को मानते हुए उन लोगों ने तीन फीट रास्ता छोड़कर दुकान का निर्माण कराया.
लेकिन अचानक शनिवार सुबह गौतम देव वहां आकर व्यापारियों पर करोड़ों रुपये की लागत से बने दुकानों को बेचने का आरोप लगाया. मंत्री ने कहा कि वहां 20 दुकान पहले से था. उन्होंने कहा कि जिनकी दुकान अगलगी में बर्बाद हो गयी थी, सिर्फ उन दुकानों पर कारोबारियों का अधिकार है. इसके अलावा उन दुकानों के उपर बनाये गये दुकान अवैध हैं. उसे हर हाल मेंतोड़ा जायेगा.