जलपाईगुड़ी : हाई कोर्ट के सर्किट बेंच को अविलंब चालू करने की मांग को लेकर सर्किट बेंच के अस्थायी परिसर के बाहर शुरू हुए धरना कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री गौतम देव भी शामिल हुए. गुरुवार को धरना मंच से ही उन्होंने संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा . उन्होंने कहा कि सर्किट […]
जलपाईगुड़ी : हाई कोर्ट के सर्किट बेंच को अविलंब चालू करने की मांग को लेकर सर्किट बेंच के अस्थायी परिसर के बाहर शुरू हुए धरना कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री गौतम देव भी शामिल हुए. गुरुवार को धरना मंच से ही उन्होंने संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा . उन्होंने कहा कि सर्किट बेंच के लिये अस्थायी परिसर को राज्य सरकार ने तैयार कर दिया है.
सारी प्रक्रियायें पूरी हो गयी हैं. केवल एक मामूली औपचारिकता के लिये केंद्र सरकार बेंच को चालू होने में रोड़े लगा रही है. जानबूझकर वह इसे चालू होने से रोक रही है. बीते 27 दिसंबर से तृणमूल की ओर से बेमियादी धरना कार्यक्रम किया जा रहा है. इसके पहले भी तृणमूल ने सर्किट बेंच के चालू की मांग करते हुए आंदोलन किया है.
मंत्री गौतम देव ने कहा कि केवल राजनीतिक लाभ के लिए ही केंद्र सरकार सर्किट बेंच को चालू नहीं होने दे रही है. जबकि इसके चालू होने से उत्तर बंगाल के सभी आठ जिले के निवासियों को सुविधा होगी. इसलिये सभी को इस धरना आंदोलन में शामिल होना चाहिये. एसजेडीए चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने बताया कि धरना में शामिल होने के लिये कलकत्ता हाई कोर्ट के अधिवक्ताओं की टोली रविवार को आ रही है.
प्रधानमंत्री के आने से भाजपा को नहीं होगा लाभ : गौतम
जलपाईगुड़ी. हाईकोर्ट के सर्किट बेंच के अस्थायी परिसर के बाहर बने धरना मंच पर गुरुवार को पर्यटन मंत्री एवं तृणमूल के दार्जिलिंग जिलाध्यक्ष गौतम देव पहुंचे. उन्होंने प्रधानमंत्री के उत्तरबंगाल सफर के बारे में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके पहले भी उत्तर बंगाल आये हैं. लेकिन उनके आने से भाजपा को कोई लाभ होने वाला नहीं है.
चूंकि इस बार राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर तृणमूल का कब्जा होने वाला है. यहां तक कि उन्होंने दावा किया कि फिलहाल भाजपा के कब्जे में रही दो सीटें भी इस बार तृणमूल की झोली में जायेंगी.
उधर, प्रधानमंत्री की जनसभा के प्रसंग में तृणमूल के जलपाईगुड़ी के जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती ने कहा कि यह बड़े ही हैरान करने वाली बात है कि प्रधानमंत्री की जनसभा डुआर्स या अलीपुरद्वार में क्यों नहीं हो रही है. लगे हाथ उन्होंने अपने इस सवाल का जवाब भी दे डाला कि दरअसल, इसके पूर्व 2014 की जनसभा में प्रधानमंत्री के तत्कालीन उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने वीरपाड़ा की जनसभा में डंकन्स समूह के रुग्ण चाय बागानों का अधिग्रहण करने का आश्वासन दिया था. लेकिन उन्होंने वह आश्वासन पूरा नहीं किया. इसलिये वह अब किस मुंह से डुवार्स में सभा करेंगे?