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सिलीगुड़ी : बैठक में गोरखालैंड नहीं, जीटीए चुनाव पर चर्चा : विनय तमांग

सिलीगुड़ी : गोजमुमो नेता तथा जीटीए प्रशासक बोर्ड के चीफ विनय तमांग ने नयी दिल्ली में शुक्रवार को विमल गुरुंग गुट के साथ गृह मंत्रालय के अधिकारियों की हुई बैठक पर सवालिया निशान लगाया है. उन्होंने कहा है कि इस बैठक में गोरखालैंड की मांग को लेकर किसी प्रकार की चर्चा नहीं की गयी है. […]

सिलीगुड़ी : गोजमुमो नेता तथा जीटीए प्रशासक बोर्ड के चीफ विनय तमांग ने नयी दिल्ली में शुक्रवार को विमल गुरुंग गुट के साथ गृह मंत्रालय के अधिकारियों की हुई बैठक पर सवालिया निशान लगाया है.

उन्होंने कहा है कि इस बैठक में गोरखालैंड की मांग को लेकर किसी प्रकार की चर्चा नहीं की गयी है. फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाने और दुर्गापूजा के बाद त्रिपक्षीय बैठक पर भी कोई बातचीत नहीं हुई है. विमल गुट के दावे को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि गोरखालैंड की जगह पहाड़ पर जीटीए चुनाव को लेकर चर्चा की गयी है.

श्री तमांग ने कहा कि न तो गृह मंत्रालय और ना ही पीआइबी की वेबसाइट पर फैक्ट फाइंडिंग टीम और त्रिपक्षीय वार्ता को लेकर चर्चा की कोई बात कही गयी है. अपने फेसबुक पोस्ट पर श्री तमांग ने विमल गुरुंग के साथ-साथ भाजपा नेता तथा दार्जिलिंग के सांसद एसएस अहलुवालिया की भूमिका पर भी प्रश्नचिह्न लगाया है. उन्होंने कहा है कि विमल गुरुंग को एक बार फिर से सत्ता का मोह होने लगा है. पहले विमल ने जीटीए को खारिज करने की बात कही थी, अब वही विमल गुट के नेता जीटीए चुनाव कराने की बात कर रहे हैं. ये नेता जीटीए चुनाव के मार्फत सत्ता में लौटने की उम्मीद लगाये हुए हैं. लेकिन पहाड़ की जनता ऐसा नहीं होने देगी.

श्री तमांग ने आगे कहा है कि यदि बैठक में अलग राज्य के गठन को लेकर फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाने की बात ही होनी थी तो उस बैठक में भला विमल गुरुंग और रोशन गिरि क्यों नहीं शामिल हुए. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में गोरखालैंड के नाम पर एसएस अहलुवालिया चुनाव जीते. पिछले साल 105 दिनों तक दार्जिलिंग पहाड़ बंद के दौरान उनका कोई अता-पता नहीं था. उस आंदोलन के दौरान कई लोग शहीद हो गये.

उनके लिए एसएस अहलुवालिया ने कुछ भी नहीं किया. शहीदों के परिवारवालों तक से नहीं मिले. दूसरी ओर इस्लामपुर गोलीकांड में जिन दो छात्रों की मौत हुई है, उनके लिए वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ साथ देश के राष्ट्रपति तक के पास गये.

श्री तमांग ने शुक्रवार को दिल्ली में हुई बैठक को गैर आधिकारिक करार दिया है. उन्होंने कहा है कि सरिता राई, आनंद भंडारी, रमेश आले, लोपसांग लामा आदि जो नेता उस बैठक में शामिल हुए, वह लोग गोजमुमो का प्रतिनिधित्व ही नहीं करते. विनय ने कहा कि वह अभी गोजमुमो के अध्यक्ष हैं. उनके द्वारा मनोनीत प्रतिनिधि ही केंद्र सरकार के साथ किसी आधिकारिक बैठक शामिल हो सकते हैं.

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