सिलीगुड़ी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोनों ही एक ही थैले के चट्टे-बट्टे हैं. मोदी की नेतृत्ववाली भाजपा सरकार जहां पूरे देश में धर्म के नाम पर सांप्रदायिकता फैलानी की साजिश रच रही है, वहीं ममता सरकार जातिगत विकास बोर्ड का गठन कर बंगाल को जाति के नाम पर बांटने की राजनीति कर रही है. यह दावा है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक सह बंगाल प्रांत के अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के चेयरमैन मिल्टन राशिद का. वह रविवार को सिलीगुड़ी के मित्र सम्मेलनी हॉल के प्रियरंजन दासमुंशी मंच से दार्जिलिंग जिला कांग्रेस कमेटी की अल्पसंख्यक सेल की कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने मोदी और ममता दोनों को तेवर दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस एकबार फिर पूरी मजबूती के साथ देश का सत्ता संभालेगी. कांग्रेस न ही देश को और न ही बंगाल को बांटने देगी. कांग्रेस धर्म और जाति की नहीं बल्कि देश के विकास की राजनीति करेगी. इसके लिए उन्होंने हिंदु-मुस्लिम-सिख-ईसाई सभी समुदाय से जुड़े अल्पसंख्यकों को एक होने और धर्म-जाति की राजनीति करनेवालों के विरुद्ध एक मंच पर आने का आह्वान किया.
सम्मेलन में बतौर अतिथि मौजूद बिहार के किशनगंज के विधायक डॉ मोहम्मद जावेद ने भी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उद्योग- धंधों के मामले में बंगाल पिछड़े राज्यों में से एक है. इसकी एकमात्र वजह है बंगाल में जातिगत राजनीति. पहले वाम सरकार और अब ममता सरकार ने यहां के उद्योग धंधों को पूरी तरह चौपट कर दिया. यहीं वजह है कि राज्य में बेकारी भी बढ़ी है और पूरे देश में मोदी सरकार ने भी कई करोड़ युवाओं को बेकार कर दिया है. किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने दिल्ली से मोदी और कलकत्ता से ममता को हटाने के लिए कांग्रेस की ताकत बढ़ाने की अपील की.
इस मौके पर मौजूद माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सह दार्जिलिंग जिला कांग्रेस के अध्यक्ष शंकर मालाकार, बंगाल प्रांत के महासचिव सुबीन भौमिक, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता उदय दुबे, हाजी ममताज हुसैन, श्रमिक नेता आलोक चक्रवर्ती, सेवा दल के नेता तपन पाईन, कुंतल गोस्वामी, दार्जिलिंग जिला अल्पसंख्यक सेल के चेयरमैन शेख मुख्तार अहमद ने भी सम्मेलन को संबोधित किया.
सम्मेलन में युवा कांग्रेसी नेता प्रशांत सिंहल, अनिरुद्ध सिंह चौहान, मेराज अहमद, अल्पसंख्यक नेता अताउल रहमान, अयाज अहमद उर्फ गुलाब, सरताज हुसैन, बाबू सोना, नूर आलम उर्फ राजू, छात्र नेता शहनवाज हुसैन समेत भारी तादाद में कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने शिरकत की.