ज्ञापन देने से पहले मोरचा समर्थकों ने मुंह पर काला कपड़ा बांधकर मौन जुलूस निकाला और विरोध प्रदर्शन किया. गोजमुमो के केंद्रीय कमिटी सदस्य तथा डुआर्स कमिटी के सचिव संदीप छेत्री ने कहा कि हम बांग्ला भाषा का सम्मान करते हैं.
सरकार पहाड़, तराई और डुआर्स को छोड़ पूरे राज्य में बांग्ला भाषा की पढ़ाई अनिवार्य कर सकती है. लेकिन इस अंचल में कई स्कलू प्रथम भाषा के रूप में नेपाली पढ़ाते हैं. ऐसे में बांग्ला थोपे जाने से विद्यार्थियों को परेशानी होगी. इधर, धूपगुड़ी के बीडीओ दीपंकर राय ने कहा कि गोजमुमो का ज्ञापन मिला है. इसे उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया जायेगा.