– चाय बागान इलाके के 15 फीसदी का अन्य कार्य के लिए इस्तेमाल की अनुमति
कोलकाता : राज्य सरकार ने बंद होते चाय बागानों को बचाने के लिए चाय बागानों में टी टूरिज्म व कंस्ट्रक्शन सहित अन्य मामले के लिए इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में नबान्न में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह अनुमति दी गयी. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने बताया कि चाय बागानों की कुल 15 फीसदी जमीन के इस्तेमाल की अनुमति दी गयी है.
15 फीसदी की जमीन में 40 फीसदी जमीन पर कंट्रक्शन के कार्य की अनुमति दी गयी है. इस बाबत अधिकतम 150 एकड़ जमीन का इस्तेमाल किया जा सकता है. यदि 200 एकड़ जमीन पर चाय बागान है, तो उसके 15 फीसदी जमीन का इस्तेमाल किया जा सकता है. श्री चटर्जी ने बताया कि चाय बागानों में रोजगार सृजन, चाय उत्पादन बढ़ाने, चाय श्रमिकों की छटनी रोकने के लिए प्लांटेशन और पर्यावरण कानून से समांजस्य रखकर कार्य किया जायेगा.
राज्य के उद्योग व वाणिज्य विभाग नोडल एजेंसी का कार्य करेगा, जबकि मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें पर्यटन, उद्योग, वातावरण, टी बोर्ड सहित अन्य विभागों के सदस्य होंगे. इस कमेटी के माध्यम से इस बाबत आवेदन किया जायेगा. अंतिम निर्णय उद्योग व वाणिज्य विभाग लेगा.
उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से उत्तर बंगाल के लोग विशेष रूप से पहाड़ का सर्वांगीण विकास होगा. इको फ्रेंड्रली पर्यटन की व्यवस्था की जा सकेगी तथा रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे. खाली जमीन में बागान को बचाया जा सकेगा. इससे अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगी.

