कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के जनसंपर्क अभियान ‘दीदी के बोलो’ को उसके पहले ही महीने में जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है और 10 लाख से अधिक लोगों ने पार्टी नेतृत्व से संपर्क किया एवं अपनी शिकायतें दर्ज करायी. इस कार्यक्रम का शुभारंभ करने वालीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस ‘जबर्दस्त प्रतिक्रिया’ को लेकर राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया है.
तृणमूल नेतृत्व की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘पिछले एक महीने में राज्यभर से 10,00,350 लोगों ने ‘दीदी के बोलो’ मंच के माध्यम से दीदी और उनके कार्यालय से संपर्क किया और इस पहल की प्रशंसा की, सरकार एवं पार्टी के लिए सुझाव दिये तथा शिकायतें दर्ज करायीं. लोग चाहते हैं कि सरकार या पार्टी उनका समाधान करे.’
इन 10 लाख लोगों में करीब आठ लाख लोगों ने टेलीफोन कर पार्टी से संपर्क किया और करीब दो लाख ने वेबसाइट के माध्यम से पार्टी से संपर्क किया. करीब 42 फीसदी शिकायतें हैं, 32 फीसद सुझाव, 22 फीसद सराहना और चार फीसद अन्य तरह की हैं. लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को गहरा झटका लगने के बाद बनर्जी ने 29 जुलाई को ‘दीदी के बोलो’ पहल की शुरूआत की थी. बनर्जी को पार्टी के कार्यकर्ता एवं समर्थक दीदी कहकर संबोधित करते हैं.
तृणमूल सुप्रीमो ने ट्वीट किया, ‘दीदी के बोलो मंच के प्रति लोगों की इस जबर्दस्त प्रतिक्रिया को लेकर मैं भावविभोर हो गयी हूं. पिछले 30 दिनों में 10 लाख से अधिक लोगों ने हमसे संपर्क किया, हमारी बड़ाई की, सुझाव दिये और शिकायतें भी कीं.’ चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की अगुवाई में इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमिटी 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की चुनाव रणनीति तैयार कर रही है.
किशोर की सलाह पर ही बनर्जी ने जनसंपर्क अभियान के तौर पर 29 जुलाई को हेप्ललाइन नंबर और वेबसाइट ‘www.didikebolo.com’ शुरू किया था. इस कार्यक्रम पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस के लिए समय निकलता जा रहा है क्योंकि लोग अगले विधानसभा चुनाव में उसे सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हैं.’