कई घंटे फिर चली चिकित्सा, मौत के बाद लोगों का भड़का गुस्सा, डॉक्टर की पिटायी
अलीपुरद्वार : विद्युत शवदाह गृह के चूल्हे में डालने से पहले ही एक शव में हरकत शुरू हो गयी. उसके बाद श्मशान गये लोगों के होश उड़ गये. तत्काल ही उस महिला को फिर से अस्पताल लाया गया. जहां करीब दो-तीन घंटे तक उसकी चिकित्सा की गयी. बाद में डॉक्टरों ने एक बार फिर से उसको मृत घोषित कर दिया.
दूसरी ओर परिवार वालों ने अलीपुरद्वार जिला अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में कार्यरत डॉक्टरों पर चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाया है. मृत महिला के परिवार वालों ने इसको लेकर चिकित्सक के साथ मारपीट भी की.
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह करीब 8:30 बजे हार्ट अटैक के बाद 20 नंबर वार्ड शारदापल्ली की रहने वाली श्यामला गोस्वामी (63) को उसके परिजनों ने अलीपुरद्वार जिला अस्पताल में भर्ती कराया. इमरजेंसी विभाग में तैनात डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित किया था. बाद में परिवार वाले मृतका के शव को जलाने के लिए शमशान घाट पहुंचे.
तमाम रीति-रिवाजों को पूरा करने के बाद जब शव को इलेक्ट्रिक शवदाह में डालने की प्रक्रिया शुरू हुई तभी वह महिला हिलने डुलने लगी. जल्दी से उस महिला को फिर से अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने फिर से उसकी चिकित्सा शुरू की. बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसके बाद ही परिजनों का गुस्सा भड़क गया.
आरोप है कि परिजनों ने डॉक्टर तथा अन्य कर्मचारियों के साथ मारपीट की. बाद में मामला शांत होने पर शव को फिर से अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट लाया गया. शव यात्रा में शामिल राजू दास, विप्लव सरकार आदि का आरोप है कि महिला की ठीक से चिकित्सा नहीं की गयी. दरअसल वह जीवित ही थी. जबकि डॉक्टरों ने काफी पहले ही उसे मृत घोषित कर दिया. अगर उसकी ठीक से चिकित्सा की जाती तो वह बच सकती थी.