Advertisement
कोलकाता : प्रेसिडेंसी में छात्रों का धरना-प्रदर्शन जारी
काउंसिलिंग फीस 100 रुपये लेने व यूजी कोर्स की शीघ्र मेरिट सूची निकालने की मांग पर छात्रों ने किया प्रदर्शन कोलकाता : प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी न केवल राज्य की बल्कि देश की एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था है. इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में नयी पहचान मिली है. जादवपुर के बाद अब गुरुवार शाम से […]
काउंसिलिंग फीस 100 रुपये लेने व यूजी कोर्स की शीघ्र मेरिट सूची निकालने की मांग पर छात्रों ने किया प्रदर्शन
कोलकाता : प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी न केवल राज्य की बल्कि देश की एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था है. इसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में नयी पहचान मिली है. जादवपुर के बाद अब गुरुवार शाम से ही प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी का शैक्षणिक माहाैल गरमा गया है. यहां कैम्पस में छात्र काउंसेलिंग की फीस को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
छात्र-छात्राओं का कहना है कि गत वर्ष यहां मात्र 100 रुपये काउंसिलिंग फीस थी, जिसे बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है, यह सही नहीं है. कई छात्र शुक्रवार को भी इसको लेकर नारेबाजी करते नजर आये.
इसके अलावा स्नातक कोर्स के लिए दाखिला लेनेवाले छात्रों की मेरिट सूची शीघ्र निकालने की छात्र मांग कर रहे हैं. छात्रों का आरोप है कि दाखिले की प्रक्रिया में धांधली की जा रही है. जो योग्य छात्र हैं, अब तक उनकी सूची नहीं निकाली गयी है. शुक्रवार को धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्र प्रशासनिक भवन के सामने जमा हो गये. उनका कहना है कि जब तक काउंसेलिंग की फीस 500 से घटा कर 100 रुपये नहीं की जाती है, वे प्रतिवाद करते रहेंगे.
प्रतिवाद कर रहे छात्रों का कहना है कि उन्होंने पहले ही रजिस्ट्रेशन फीस 500 रुपये का भुगतान कर दिया है, फिर से छात्रों से काउंसिलिंग फीस के रुपये में 500 रुपये मांगे जा रहे हैं, यह छात्रों के साथ अन्याय है.
कुछ छात्रों का तर्क है कि जो काउंसिलिंग फीस भर रहे हैं, अगर उनका दाखिला यहां नहीं हो पाया तो उनका पैसा तो बेकार चला जायेगा. छात्रों का कहना है कि शीघ्र मेरिट सूची जारी की जाये, वरना मेधावी छात्रों को दाखिला में धांधली का शिकार होना पड़ेगा.
प्रेसिडेंसी में धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्रों में एसएफआइ, एआइएसए व अन्य छात्र संगठन शामिल हैं. छात्र वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार, डीन्स व अन्य अधिकारियों को घेरने की तैयारी में हैं. हालांकि इस मुद्दे को लेकर शाम को एक बैठक होने की बात थी लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला.
इस विषय में प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार देवज्योति कोनार का कहना है कि इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है, क्योंकि काउंसिलिंग प्रक्रिया पश्चिम बंगाल ज्वाइंट प्रवेश परीक्षा बोर्ड द्वारा संचालित की जाती है. फीस बढ़ाने का फैसला भी बोर्ड का ही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement