आश्वासन मिलने पर की गयी अंत्येष्टि पुरुलिया. वर्षों से बकाया रुपये नहीं मिलने के कारण एक अमानतकारी का शव पोस्ट मास्टर के घर में रख कर पीड़ित परिवार के सदस्यों ने प्रतिवाद जताया. घंटेभर प्रदर्शन चलने के बाद पुलिस के हस्तक्षेप से प्रदर्शन थमा. सोमवार रात जिला के झालदा थाना क्षेत्र के पाठ झालदा इलाके में यह घटना हुई. पुलिस ने मृतक का नाम मुरली मंडल (52) बताया है, जो पाठ झालदा गांव के रहनेवाले थे. उनके भाई जयप्रकाश मंडल ने बताया कि उनके गांव में एक ग्रामीण डाकघर था, जहां गांव के ही रहनेवाले सोमू भट्टाचार्य मास्टर के पद पर कार्य करते थे. इस डाकघर में हम लोगों के गांव के अलावा आसपास के कई गांव के लोग अपने अमानत के तौर पर रुपये रखे थे. पर अचानक पोस्टमास्टर सोमू भट्टाचार्य कई लाख रुपये लेकर फरार हो गया. इस विषय में उन लोगों ने पुलिस को जानकारी दी, कई बार उसके घर के सामने व पोस्ट ऑफिस के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया गया. तब सोमू के बड़े भाई तीर्थंकर भट्टाचार्य ने कहा कि अमानतकारियों को धीरे-धीरे उनका पैसा लौटा दिया जायेगा, पर आजतक ऐसा नहीं हुआ. इस बीच मुरली मंडल नामक मजदूर बीमार हो गये, जिनको इलाज के लिए रांची ले जाया गया था. वहां किसी तरह से आसपास के लोगों से चंदा कर इलाज किया गया पर सोमवार उनका देहांत हो गया. इन दिनों हमारे परिवार के पास कुछ भी रुपया नहीं है यहां तक की मुरली के बेटे को बेंगलुरू से लाने के लिए भी हमलोगों को रुपया कर्ज लेना पड़ा है. हम लोगों की मांग है कि तीर्थंकर भट्टाचार्य ने कहा था हम लोगों को रुपया वापस देगा मेरे भैया यहां लाखों रुपया जमा किया था. इसलिए हम लोग चाहते हैं कम से कम इस परिस्थिति में हम लोगों को कुछ रुपया प्रदान करें ताकि सोमू का अंतिम-संस्कार सही ढंग से कर पायें. इस विषय में तीर्थंकर भट्टाचार्य का कहना है कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है और हमलोगों के पास भी रुपये नहीं हैं. ऐसे में हमलोग किसी की कैसे मदद कर पायेंगे क्योंकि अदालत के फैसले के बिना हमलोग कुछ भी नहीं कर पायेंगे. घटना के बाद पुलिस ने मुरली मंडल के परिवार को आश्वासन दिया, तब शव का पीड़ित परिवार ने अंतिम-संस्कार किया.
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