‘होमस्ट्रक’ के जरिए निर्माण सामग्री अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध बांकुड़ा. छोटे कस्बे से बड़ी सोच रखने वाले बांकुड़ा बंग विद्यालय के कक्षा 11 के छात्र सिद्धार्थ गोराई ने मार्च 2025 में “होमस्ट्रक” नामक अनोखा डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू किया है. आमतौर पर लोग ऑनलाइन किराना, कपड़े या दवाइयाँ खरीदते हैं, लेकिन निर्माण कार्य की जरूरी सामग्री जैसे ईंट और पत्थर चिप्स अबतक डिजिटल बाजार से दूर थी. सिद्धार्थ ने वेबसाइट बनाकर, सप्लायरों से अनुबंध कर और वितरण तंत्र तैयार कर इस कमी को पूरा किया.
छह महीनों में बड़ी उपलब्धि
सिर्फ छह महीनों में ही सिद्धार्थ ने 20 से अधिक ईंट भट्टों और पत्थर क्रशर मालिकों को जोड़ा. इसके जरिये 40 हजार से अधिक ईंट और 200 टन से अधिक पत्थर चिप्स ग्राहकों तक पहुंचाए गये. अब तक 70 से ज्यादा बड़े ऑर्डर पूरे हुए और 10 लाख रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित हुआ. इस पहल से 40 से अधिक ट्रक-ट्रैक्टर चालक और मजदूरों को अस्थायी रोजगार भी मिला.
भविष्य की योजनाएं
साधारण परिवार से आने वाले सिद्धार्थ का कहना है कि उसका मकसद सिर्फ मुनाफा कमाना नहीं बल्कि विश्वास जीतना और बाजार का दायरा बढ़ाना है. फिलहाल यह सेवा बांकुड़ा जिले तक सीमित है, लेकिन आगे आसपास के इलाकों तक विस्तार की योजना है. कंप्यूटर साइंस में गहरी रुचि रखने वाले सिद्धार्थ का सपना है कि वह अमेरिका में उच्च शिक्षा हासिल कर “गोराई ग्रुप” नाम से बड़ा संगठन खड़ा करे. उनका मानना है कि छोटे कस्बों के किशोर भी लगन और तकनीक के जरिए असंभव को संभव बना सकते हैं.
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