बीरभूम.
जिले के तारापीठ थाना परिसर में बंगाल व झारखंड पुलिस के उच्चाधिकारियों की समन्वय बैठक में सीमावर्ती क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियां रोकने पर चर्चा हुई. दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों की इस अहम बैठक में झारखंड के दुमका जिला और बंगाल के बीरभूम के पुलिस अधीक्षक व अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे. मौके पर दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार और बीरभूम के एसपी अमनदीप ने अपने संबद्ध क्षेत्रों में अपराध रोकने के प्रभावी तौर-तरीकों पर मंत्रणा की. मुख्य रूप से अपराधियों के खिलाफ धरपकड़ तेज करने और फरार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उनकी गिरफ्तारी के बारे में जानकारी का आदान -प्रदान करने को यह बैठक हुई. दोनों जिलों के सीमावर्ती थानों के बीच आपसी सामंजस्य को और मजबूत करने के मुद्दे पर भी चर्चा की गयी. दोनों सीमावर्ती थाना अधिकारियों में आपसी समन्वय करने के लिए भी जोर दिया गया. इस पर सीमा निगरानी, वाहनों, प्रभावी रूप से अवैध व्यवसाय और तस्करी नियंत्रण पर भी विस्तार से चर्चा की गई.चर्चा में दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र में बढ़ रही आपराधिक गतिविधियों को लेकर भी बातचीत हुई. वहीं विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों की तस्करी, झारखंड के रास्ते गायों ,कोयला आदि को लेकर कैसे कंट्रोल किया जाए इसे लेकर गंभीर रूप से बातचीत की गई.हालांकि बंगला-झारखंड सीमा पर एक सुडीचुआ चेकपोस्ट है, लेकिन नारायणपुर पाकुरिया रोड पर कोई चेकपोस्ट नहीं है. नतीजतन, इस मार्ग से वाहनों आवागमन जारी है. ट्रकों में क्या जा रहा है इसका कोई सुध लेने वाला नहीं है.इस बारे में कोई निगरानी नहीं है. केवल कुछ सिविक वॉलंटियर बंगला-झारखंड सीमा पर खड़े रहते हैं.सूत्रों के अनुसार, झारखंड से लाखों रुपयों का नकली लॉटरी इस राज्य में आ रहा हैं. बंगाल में उस राज्य से अवैध शॉल, सेगुन, मेहगुनी पेड़ों की तस्करी की जा रही है .इन सभी अवैध तस्करी को रोकने पर भी विचार किया गया.
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