22वें वर्ष में इको-फ्रेंडली अंदाज, लकड़ी और प्राकृतिक सामग्री का प्रयोग
बांकुड़ा. शहर के प्रमुख पूजा पंडालों में गिने जाने वाले इंदारागोड़ा हरेश्वर मेला सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी का पंडाल इस वर्ष अपने 22वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. हर साल नये अंदाज में पंडाल तैयार करने वाली कमेटी इस बार पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर इको-फ्रेंडली पंडाल बना रही है.लकड़ी पर आधारित डिजाइन
पूजा कमेटी के सचिव रमेश मुरारका ने बताया कि इस बार किसी थीम को नहीं अपनाया गया है, बल्कि पूरा जोर पर्यावरण सुरक्षा पर है. पंडाल का निर्माण लकड़ी पर आधारित है. इसमें पत्ते, छिलके, लकड़ी का बुरादा और चटाई जैसी प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है. नक्काशीदार सजावट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. पंडाल निर्माण पर 12 से 15 लाख रुपये का बजट रखा गया है.सामाजिक कार्यक्रम भी होंगे
कमेटी की ओर से हर वर्ष पूजा के अवसर पर रक्तदान शिविर से लेकर वस्त्र वितरण तक सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. इस बार भी ऐसे कार्यक्रमों की तैयारी चल रही है. मूर्ति और पंडाल निर्माण बांकुड़ा के मूर्तिकार इस वर्ष की प्रतिमा बना रहे हैं. वहीं पंडाल का निर्माण कार्य रानीगंज की टीम को सौंपा गया है. पंडाल पर अत्याधुनिक रोशनी की विशेष व्यवस्था की जा रही है.कमेटी के अध्यक्ष अरूप मुसीब समेत अन्य सदस्य दिन-रात मेहनत कर पंडाल निर्माण में जुटे हुए हैं. उनका कहना है कि हर साल आकर्षक पंडाल तैयार किया जाता है, जिससे दर्शकों की भारी भीड़ जुटती है. भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए वॉलंटियर्स तैनात रहेंगे और पुलिस प्रशासन भी सहयोग करेगा.
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