बीरभूम.
जिले के सैंथिया विधानसभा के हरिशरा ग्राम पंचायत स्थित हुसैनपुर गांव में एक स्कूली छात्रा के साथ उत्पीड़न के मामले को लेकर स्कूल में आपात बैठक बुलायी गयी थी. कुछ असामाजिक युवकों की इस हरकत के विरोध में ग्रामीण, अभिभावक और स्थानीय प्रतिनिधि बड़ी संख्या में जुटे थे. मौके पर सैंथिया थाने के एएसआई असीम दे भी मौजूद थे.वीडियो रिकॉर्डिंग को लेकर विवाद
बैठक के दौरान भाजपा कार्यकर्ता वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे थे. एएसआई ने इसे रोक दिया और रिकॉर्डिंग बंद करायी. इसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच तनातनी बढ़ी और एएसआई की ओर से भाजपा सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा. मामला देखते ही देखते झड़प और हाथापाई में बदल गया.
तनाव बढ़ने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. बाद में पुलिस उन्हें जबरन पुलिस वाहन तक ले गयी. इस कार्रवाई से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और तुरंत आंदोलन की राह पर उतर आये. ग्रामीणों का आरोप था कि एएसआई असीम दे लंबे समय से सैंथिया क्षेत्र में विभिन्न भ्रष्टाचार कार्यों में लिप्त हैं. हंगामा बढ़ने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने फोन पर हस्तक्षेप किया और लोगों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया. इसके बाद स्थिति धीरे-धीरे शांत हुई.भाजपा का आरोप
बीरभूम जिला भाजपा अध्यक्ष ध्रुव साहा ने कहा कि एएसआई असीम दे तृणमूल के इशारे पर काम कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय कुछ असामाजिक युवक छात्राओं का उत्पीड़न कर रहे हैं, लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं करती. उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान भी अधिकारी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

