12 वर्षों से सड़क की नहीं की गयी है मरम्मत, ग्रामीणों में है रोष बांकुड़ा. जिले के गंगाजलघाटी ब्लॉक अंचल के ग्वालडांगा गांव की सड़क खस्ताहाल हो चुकी है. मंगलवार को गांव के सैकड़ों ग्रामीण बांकुड़ा-रानीगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर जुट गये और उसे जाम कर प्रतिवाद जताया. कई ग्रामीणों ने हाथ में तिरंगा ले रखा था. इनकी मांग है कि गांव की बदहाल सड़क की अविलंब मरम्मत करायी जाये. दो दिन बाद स्वाधीनता दिवस है. उससे पहले ग्वालडांगा के सैकड़ों ग्रामीणों ने तिरंगा लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया. घटना बांकुड़ा रानीगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्वालडांगा चौराहे पर हुई. 12 वर्षों से गांव की सड़क की मरम्मत नहीं होने से ग्रामीणों में गुस्सा है. हालांकि, पथश्री योजना में जहां राज्य सरकार ने कच्ची सड़क की पूरी तरह से मरम्मत करके पक्की सड़क बना दी है, वहीं ग्वालडांगा गांव की यह सड़क उस सूची से बाहर कर दी गयी है. आम लोगों को डायलिसिस के जरूरतमंद मरीजों व गर्भवती महिलाओं को ले जाने के लिए गड्ढों से होकर गुजरना पड़ता है. इससे उन्हें काफी कठिनाई होती है. इस बाबत स्थानीय देवाशीष आचार्य एवं वीणापाणि महंत ने कहा कि कई वर्षों से ग्वालडांगा की सड़क खराब है, कोई वाहन गांव में नहीं लाना चाहता. बीडीओ से लेकर पंचायत को मसले से अवगत कराया गया है, पर हल नहीं निकला. गांव से डायलिसिस कराने जाने से लेकर गर्भवती महिलाओं के उपचार के लिए बाहर जाने को लेकर काफी समस्या हो रही है. छात्र-छात्राओं को भी समस्याएं होती हैं. पता नहीं कब, गांव की सड़क दुरुस्त होगी. घंटों तक सड़क जाम चलने के बाद पुलिस के हस्तक्षेप से प्रदर्शन थमा और आवाजाही सामान्य हुई.
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