दुर्गापुर : स्थानीय सेप्को टाउनशीप संलग्न इलाके में स्थित प्रतिष्ठित स्कूल में फी वृद्धि को लेकर शुक्रवार को अभिभावको का आक्र ोश फट पड़ा. स्कूल प्रबंधन पर मनमानी एवं अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने भगत सिंह मोड़ – विधाननगर सड़क को अवरुद्ध कर दिया. ढ़ाई घंटे तक पथ अवरोध हो जाने से मरीजों, छात्नों एवं आम जनता को परेशानियों से जूझना पड़ा. सूचना पाकर सहायक पुलिस आयुक्त (इस्ट) विमल कुमार मंडल, महकमाशासक सह अतिरिक्त जिलाशासक संख सातरा, तृणमूल के जिला अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी घटनास्थल पर पहुंचे और अभिभावकों को समझाने का प्रयास किया. एसीपी श्री मंडल तथा आंदोलनकारियों के बीच बहस होने से तनाव काफी बढ़ गयी. बाद में महकमाशासक की मध्यस्थता से कीन घंटे बाद आंदोलन समाप्त हुआ.
तय हुआ कि इस मामले पर आगामी तीन मई को महकमा शासक के कक्ष में प्रबंधन एवं अभिभावकों की त्रिपक्षीय बैठक होगी. गाजिर्यनों का कहना था कि स्कूल में हर वर्ष छात्नों के मासिक फी, डेवलपमेंट फी में वृद्धि की जाती है. स्कूल प्रबंधन द्वारा बेतहाशा फ ी वृद्धि के निर्णय के खिलाफ एक महीने से अभिभावकों के साथ प्रबंधन का विवाद चल रहा है.
अभिभावक फी वृद्धि को कम करने के लिए महकमा शासक से लिखित शिकायत कर चुके हैं. शुक्र वार की सुबह अभिभावक सुबह आठ बजे से स्कूल गेट के समक्ष एकजुट होकर प्राचार्य से मिलने का इच्छा जाहिर की. एक घंटा तक इंतजार करने के बाद भी प्राचार्य ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की. अभिभावकों का गुस्सा फट पड़ा हजारों की संख्या में महिला- पुरुष भगत सिंह- विधाननगर सड़क को अवरोध कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर पेड़ के डाली ,लकड़ी एवं बांस लगाकर सड़क से गुजर रहे वाहन चालको को जबरन रोककर प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह किया. सूचना पाकर एसीपी (इस्ट) श्री मंडल, तृणमूल जिलाध्यक्ष श्री मुखर्जी समेत विभिन्न स्थानों के पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे.
उग्र अभिभावक किसी भी अधिकारी की बात मानने को राजी नहीं थे. प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रेप जवान और पुलिस जवानों को देखकर अभिभावक और अधिक उग्र हो गये. सड़क के बीचों-बीच बैठकर ‘बैक टू बैक’ का नारा लगाने लगे. दो घण्टा के बाद महकमा शासक ने अभिभावकों के के साथ भेंट की एवं प्रबंधन से बातचीत करने का आश्वासन दिया. अभिभावक सोमनाथ राय, श्यामली राय, डोली चटर्जी, पीकू कोले आदि ने बताया कि स्कूल में हर वर्ष ही बेतहाशा फी की वृद्धि किए जाने से छात्न को पढ़ाना मुश्किल हो गया है. मध्य वर्गीय परिवार में रहने के कारण एक छात्न के पीछे चार से पांच हजार खर्च का बोझ उठाना पड़ रहा है. फी में वृद्धि के साथ साथ समय पर फी जमा नहीं करने पर पांच सौ रु पये फी अधिक फाइन के तौर पर जमा करने का आदेश जारी किया गया है.
जो मानने योग्य नहीं है. प्रथम कक्षा के छात्नों को स्कूल बिल्डिंग के तीन मंजिला पर बैठाया जा रहा है. छत पर टीना लगने से छात्नों का स्वास्थ्य बिगड़ने की आशंका है. हर दिन कुछ न कुछ कोई न कोई कारण दिखाकर छात्नों की डायरी पर फी जमा करने का नोटिस दिया जा रहा है. एसडीओ शंख सांतरा ने कहा कि मामले का स्थाई समाधान निकालने का प्रयास किया जायेगा.