पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के बैंकों को बनाते थे निशाना
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दुर्गापुर और पुरुलिया बैंक डकैती का पर्दाफाश
पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के बैंकों को बनाते थे निशाना रफीगंज में बड़ी घटना को अंजाम देने की नीयत से कई दिनों से कर रहे थे रेकी पुलिस ने तीनों अपराधियों को झारखंड पुलिस को सौंपा दो अपराधी गया के परैया व एक आमस के हैं रहनेवाले रफीगंज (औरंगाबाद) : रफीगंज पुलिस ने अंतरराज्यीय […]
रफीगंज में बड़ी घटना को अंजाम देने की नीयत से कई दिनों से कर रहे थे रेकी
पुलिस ने तीनों अपराधियों को झारखंड पुलिस को सौंपा
दो अपराधी गया के परैया व एक आमस के हैं रहनेवाले
रफीगंज (औरंगाबाद) : रफीगंज पुलिस ने अंतरराज्यीय बैंक डकैत गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर झारखंड पुलिस को सौंप दिया. यह अपराधी बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के कई बैंकों में डकैती कर पुलिस की नजरों में धूल झोंक रहे थे और विगत कई दिनों से रफीगंज में बड़ी घटना को अंजाम देने की नीयत से रेकी कर रहे थे.
गिरफ्तार अपराधियों में गया जिले के परैया थाना क्षेत्र के पहरा गांव निवासी जगेश्वर दास का बेटा नीरज दास उर्फ सत्येंद्र दास, विनोद तिवारी का बेटा राहुल तिवारी व आमस थाना क्षेत्र के अकौना गांव निवासी कैलू दास का बेटा विनय दास शामिल हैं. इनके पास से लूट के मोबाइल, बाइक व कुछ रुपये बरामद हुए हैं. थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि दो अपराधियों के एचीवर गाड़ी से घूमने की गुप्त सूचना पुलिस को मिली थी. सूचना मिलते ही पीएसआइ प्रणव कुमार के साथ अन्य पुलिसकर्मियों को जांच के लिए भेज दिया गया.
पुलिस के आरबीआर स्कूल के पास पहुंचने पर दोनों अपराधी गाड़ी छोड़ कर भागने लगे, जिन्हें घेराबंदी कर स्थानीय लोगों के सहयोग से पकड़ लिया गया. गिरफ्तार अपराधियों में नीरज दास अंतरराज्यीय बैंक डकैत गिरोह का सरगना बताया है, जबकि विनय दास सहयोगी के तौर पर काम करता है. पूछताछ में अपराधियों ने वर्ष 2007 में बंगाल के दुर्गापुर स्थित देना बैंक से 4.50 लाख, पुरुलिया स्थित पीएनबी से 80 लाख, वर्ष 2011 में झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत निमियाघाट स्थित एसबीआइ से 24 लाख, वर्ष 2013 में परसाबाद स्थित झारखंड ग्रामीण बैंक से 2.5 लाख, वर्ष 2016 में औरंगाबाद के भदवा स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक से पांच लाख, मगध मेडिकल कॉलेज गया स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक से 20 लाख, वर्ष 2017 में बांका जिला अंतर्गत चानन थाना स्थित एसबीआअ से 39 लाख, बंगाल के खरदा थानांतर्गत बैरकपुर स्थित आइआइएफएल ब्रांच से 8.50 किलो सोना लूट के मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
इसके अतिरिक्त दोनों आर्म्स एक्ट व मारपीट के कई मामले में नामजद हैं. कुछ दिन पहले ही नीरज दास जेल से छूटा है. इनकी निशानदेही पर हजारीबाग जिले की पुलिस के सहयोग से परैया थानांतर्गत पहरा गांव से विनोद तिवारी का बेटा राहुल तिवारी को पहरा से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार तीनों अपराधियों ने हजारीबाग जिलांतर्गत चरकुशा थाना स्थित झारखंड ग्रामीण बैंक से विगत 27 जून को 3.32 लाख की लूट के मामले में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. सभी अपराधियों को झारखंड की हजारीबाग पुलिस को सौंपा गया है.
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