दुर्गापुर : पर्यावरण की सुरक्षा के लिये दुर्गापुर महकमा प्रशासन ने प्लास्टिक बैन तो कर दिया पर अभी तक इसे पूरी तरह से लागू करने में प्रशासन नाकाम रहा है. प्रशासन की ओर से बांग्ला नववर्ष से प्लास्टिक की थैलियो पर बैन की बात कही गई थी. इसके लिये प्रशासन की ओर से दुर्गापुर चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स के साथ मिलाकररैली और बैठक का आयोजन कर प्लास्टिक की थैलियो पर बैन का निर्णय लिया था. लेकिन पहले दिन ही शिल्पांचल में बैन बिल्कुल बेअसर दिखा.
बेनाचिती सहित विभिन्न बाजारों में नियमों को ताक पर रखकर प्लास्टिक के थैलों का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया गया. इसके लिये दुकानदार और ग्राहक दोनों ही अपनी-अपनी दलीलें दे रहे हैं. दुकानदारों का कहना है की प्रशासन को बैन के लिए कुछ अधिक समय मुहैया कराना चाहिये. समय काफी कम दिया गया है. पहले से खरीद कर रखी थैलियों को खपाना उनकी मज़बूरी है. छोटे दुकानदारों का कहना है की 50 माइक्रोन से अधिक की थैली की कीमत पतले थैली की तुलना में काफी अधिक है. इस कारण छोटे दुकानदारो को असुविधा हो रही है. उनका मानना है कि थैली के बढ़े हुये पैसे ग्राहक़ देना नहीं चाहते. इस कारण अन्य विकल्प की तलाश की जा रही है. आपको बता दें कि ये पॉलिथीन न केवल पर्यावरण बल्कि जानवरों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. लोग अगर थैला लेकर दुकान जाने लगे तो ये सारी समस्या ही खत्म हो जायेगी. किराना दुकान से लेकर सब्जी, फल समेत सभी तरह के बाजार में पॉलिथीन का ही उपयोग किया जाता है. आमजन प्रशासन द्वारा सख्ती नहीं बरते जाने की बात कहते नजर आये. दुर्गापुर चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स के सचिव भोला भगत ने कहा िक प्रशासन की मदद से पूरे इलाके को क्लीन और ग्रीन बनाने का जो संकल्प लिया गया है, उसे हर हाल में पूरा किया जायेगा. स्वास्थ्य व पर्यावरण की दृष्टि से हानिकारक प्लास्टिक व पॉलिथिन पर रोक लगाने के लिए व्यापक स्तर पर मुहिम चलाने पर जोर दिया गया है. बांग्ला नववर्ष से इसका शुभारम्भ किया गया है. हालांकि शुरूआत के पहले दिन कुछ जगहों पर बैन का पालन नहीं करने की बात सामने आई है. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुये कहा िक जल्द ही लोग प्रशासन के आदेश का अनुपालन करते नजर आयंेगे. इसके अलावा प्रतिबंधित प्लास्टिक व पॉलिथिन के इस्तेमाल पर रोक के लिए शीघ्र ही बड़े पैमाने पर अभियान चलाने की बात उन्होंने कही.