मालदा: बहुत दिनों से फरार जाली नोट का कुख्यात तस्कर और मुख्य सरगना आइजुल हक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार देर रात को वैष्णव नगर थाना पुलिस ने अभियान चलाकर मोहनपुर गांव स्थित उसके घर से दबोच लिया. पुलिस ने अदालत से उसकी रिमांड मांगी है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के […]
मालदा: बहुत दिनों से फरार जाली नोट का कुख्यात तस्कर और मुख्य सरगना आइजुल हक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार देर रात को वैष्णव नगर थाना पुलिस ने अभियान चलाकर मोहनपुर गांव स्थित उसके घर से दबोच लिया. पुलिस ने अदालत से उसकी रिमांड मांगी है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आइजुल कुख्यात अपराधी है. उसकी उम्र मात्र 23 साल है. उसके बाद भी उस पर हत्या, डकैती, बमबाजी आदि के कई मामले दर्ज हैं. इतना ही नहीं, वह जाली नोट तस्करों का सरगना है.
पुलिस काफी दिनों से तलाश कर रही थी. बांग्लादेश तथा नेपाल भी वह कई बार जा चुका है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि आइजुल को पकड़ने के लिए इससे पहले भी कई बार छापामारी की गयी थी. लेकिन वह बार-बार बच निकलता था.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ दिन पहले कुम्भीरा गांव के एक बागान से दो बदमाशों को पकड़ा गया था. शरीफुल मियां एवं इरशाद मियां नामक दोनों बदमाशों के पास से कई हथियार भी बरामद हुए थे. उनसे पूछताछ के बाद आइजुल हक के बारे में पूरे तथ्यों का पता चला. बुधवार रात को आइजुल हक के अपने घर में आने की गुप्त सूचना पुलिस को मिल गय थी. पुलिस ने पहले से ही मोहनपुर गांव में अपना जाल फैला रखा था. जैसे ही वह घर पहुंचा, पुलिस ने उसे दबोच लिया.
तस्करी में महारत: पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि आइजुल को सीमा पार से जाली नोट की तस्करी में महारत हासिल है. उसने कई कैरियर बना रखे हैं. वह बांग्लादेश से जाली नोटों को मालदा लाकर कैरियर की मदद से भारत के विभिन्न स्थानों पर भेज दिया करता था. इस बात का पता चलने के बाद से ही पुलिस उसकी तलाशी कर रही थी. वह बांग्लादेश भाग गया था. काफी दिनों तक वह बांग्लादेश में ही छिपा रहा. वैष्णवनगर थाना के आइसी संजय विश्वास का कहना है कि रिमांड पर लेने के बाद उससे और भी कई तथ्यों का खुलासा होने की संभावना है.