वह शाम से ही नदी किनारे बैठी अपने घर जाने का रास्ता तलाश रही थी. काफी समय नदी किनारे बैठा देख स्थानीय लोगों ने उससे सारा हाल पूछा और पुलिस को जानकारी दी. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नाबालिगा का घर दक्षिण बंगाल के वर्द्धमान जिला स्थित कालना के ठाकुरपाड़ा इलाके में हैं. उसकी उम्र 14 वर्ष है. कुछ वर्ष पहले ही उसके माता-पिता मर चुके हैं.
उसके बाद से वह अपनी मौसी से साथ रहती थी. करीब बीस दिन पहले उसकी मौसी ने उसे सिलीगुड़ी के प्रधान नगर इलाका निवासी अपने किसी रिश्तेदार के घर छोड़ गयी. वहां उससे घर का सारा काम लिया जाता था. थोड़ी सी गलती पर मारपीट की जाती थी. मंगलवार को वह बड़ी ही चतुराइ से अपना सामान लेकर घर जाने के लिये निकल गयी. उसे अपने घर का रास्ता पता नहीं है. भटकते-भटकते वह पत्ती कॉलोनी पहुंची और नदीं किनारे बैठी थी. एक छोटी सी बच्ची के पीठ पर बैग लदा देखकर स्थानीय लोगों को संदेह हुआ और पुलिस को जानकारी दी गयी. पुलिस ने नाबालिका को तत्काल सिनी को सौंप दिया है. उसके साथ अत्याचार करने वालों की तलाश की जा रही है.