कोलकाता: टैक्सी चालक बुधवार को हड़ताल पर रहेंगे. पुलिस ज्यादती और टैक्सी रिफ्यूजल के नाम पर तीन से सात हजार तक जुर्माना लगाने के खिलाफ हड़ताल का एलान किया गया है. साथ ही टैक्सी यूनियनों ने किराया भी बढ़ाने की मांग की है.
परिवहन संगठनों ने मंगलवार को चेतावनी दी कि बुधवार की हड़ताल के दौरान सरकार यदि दमनात्मक रवैया अपनाती है, चालकों पर दबाव बनाया जाता है तो गुरुवार को भी हड़ताल जारी रहेगी. यही नहीं आगे भी बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जायेगा. यूनियन नेताओं ने परिवहन मंत्री मदन मित्र पर टैक्सी ऑपरेटरों की समस्याओं पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन, सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन और वेस्ट बंगाल रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन ने मंगलवार को श्रमिक भवन में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हड़ताल की घोषणा की.
प्रदेश एटक के सचिव व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव, सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता अनादि साहू और वेस्ट बंगाल रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव सुभाष मुखर्जी ने आंदोलन के कार्यक्रमों की जानकारी दी.
यूनियन नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार व परिवहन मंत्री मदन मित्र के रवैये की वजह से टैक्सी चालक आंदोलन को मजबूर हैं. टैक्सी रिफ्यूजल के नाम पर तीन से सात हजार रुपये जुर्माना लगाने, चालकों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने के विरोध व टैक्सी किराये में बढ़ोतरी समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर डेढ़ महीने से एटक व सीटू समर्थित परिवहन संगठनों के नेतृत्व में टैक्सी चालक आंदोलनरत हैं. समस्याएं सुलझाने के लिए कई बार राज्य सरकार व परिवहन मंत्री से बातचीत की पेशकश की गयी, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नहीं की गयी. अब आंदोलन के सिवा टैक्सी चालकों के सामने दूसरा उपाय नहीं है.
टैक्सी चालकों की समस्याओं पर सरकार का ध्यान नहीं
सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता अनादि साहू ने कहा कि बेलगाम महंगाई, डीजल-पेट्रोल की कीमत में लगातार इजाफा हो रहा है लेकिन टैक्सी चालकों की समस्याओं को सुलझाने की पहल राज्य सरकार नहीं कर रही है. वर्ष 2012 के दिसंबर महीने में टैक्सी के किराये में बढ़ोतरी की गयी थी. अभी तक कई बार पेट्रोल व डीजल की कीमत में बढ़ोतरी हुई लेकिन टैक्सी किराया बढ़ाये जाने की बात नहीं सोची गयी. एटक व सीटू समर्थित परिवहन संगठनों के नेतृत्व में टैक्सी चालाकों के आंदोलन का समर्थन तमाम वामपंथी संगठन व प्राय: सभी केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा किया जा रहा है. इस आंदोलन में टैक्सी मालिकों के संगठनों के समर्थन की भी अपील की गयी है.
हड़ताल के पक्ष में नहीं बंगाल टैक्सी एसोसिएशन
सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन नेता अनादि साहू ने टैक्सी मालिकों के संगठन बंगाल टैक्सी एसोसिएशन से भी हड़ताल का समर्थन करने के लिए अपील की है. पर, बंगाल टैक्सी एसोसिएशन के नेता विमल गुहा ने कहा है कि टैक्सी चालकों की समस्याओं के समाधान के प्रति उनके संगठन का समर्थन जारी रहेगा लेकिन बुधवार की हड़ताल को वे समर्थन नहीं करेंगे. उनके संगठन के सदस्यों की ओर से टैक्सी चलायी जायेगी. टैक्सी चालकों व मालिकों की समस्याओं को लेकर मंगलवार को परिवहन मंत्री मदन मित्र को एक चिट्ठी भेजी गयी है. गुरुवार को संगठन इस मसले को लेकर बैठक करेगा. जिसके बाद अगले कार्यक्रम की घोषणा की जायेगी.
सरकार के दमनात्मक रवैये से नहीं थमेगा आंदोलन
प्रदेश एटक के सचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि बुधवार को टैक्सी चालकों की हड़ताल के साथ अपराह्न 12 से 12.30 बजे तक टैक्सी चालकों पर होने वाले जुल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होगा. शाम पांच बजे धर्मतल्ला के वाइ चैनल पर टैक्सी चालकों की सभा होगी. चालक काला बैच लगाकर कॉलेज स्क्वायर तक मौन जुलूस निकालेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के दमनात्मक रवैये से आंदोलन नहीं थमेगा. यूनियन नेताओं व चालकों को जेल भेजने की धमकी दी जा रही है. सरकार शायद यह भूल गयी है कि अपने हक के लिए लड़ने वाले चालक धमकियों से डरने वाले नहीं हैं.
टैक्सी हड़ताल का मुकाबला करेंगे : मदन
कोलकाता. परिवहन मंत्री मदन मित्र ने बुधवार को प्रस्तावित टैक्सी हड़ताल का विरोध किया है. मित्र ने कहा कि हड़ताल से निपटने के लिए प्रशासनिक कदम उठाये जायेंगे. उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक टैक्सी चालकों के जुल्म को बरदाश्त नहीं किया जायेगा. विरोध के नाम पर सड़कों पर हंगामा करनेवालों के खिलाफ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा. परिवहन विभाग किराया वृद्धि को छोड़ कर अन्य मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन टैक्सी संगठनों का रवैया बहुत ही अड़ियल है.