गया/कोलकाता : प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के भारत प्रमुख एजाज अहमद को कोलकाता पुलिस की एसटीएफ और गया के बुनियादगंज थाने की पुलिस ने रविवार की देर रात धर दबोचा. 30 वर्षीय एजाज अहमद उर्फ मोती अहमद उर्फ जीतू उर्फ इजाज मूलत: बीरभूम जिले के पारुई स्थित अविनाशपुर का रहनेवाला है.
इसकी गिरफ्तारी बुनियादगंज थाने की जोड़ा मस्जिद स्थित पठानटोली से की गयी. आतंकी के कमरे से लैपटॉप, मोबाइल और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किये गये हैं. एजाज बर्दवान जिले के खागड़ागढ़ में हुए धमाके का आरोपी है. बोधगया विस्फोट में भी उसका नाम आया है.
जानकारी के अनुसार, एजाज नाम बदलकर बुनियादगंज के पठानटोली व मुफस्सिल थाने के अबगीला में किराये का कमरा लेकर पत्नी और दो बेटी-एक बेटा के साथ कई महीनों से रह कर कपड़ा फेरी का काम करता था. उसे ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता की एसटीएफ टीम को सौंप दिया गया है.
एजाज व अन्य पर आतंकी वारदात के कई मामले दर्ज हैं. उसमें एक एसटीएफ पीएस केस नंबर 06/19 कोलकाता की अदालत में लंबित है. इसके बोधगया बम ब्लास्ट में भी हाथ होने के सबूत मिले हैं. एसटीएफ के डीसी शुभंकर सिन्हा सरकार के अनुसार, 2008 से उसने जेएमबी के लिए सक्रिय सदस्य के रूप में काम करना शुरू किया था.
बर्दवान के खागड़ागढ़ में हुए धमाके में संगठन के बड़े-बड़े सदस्यों के गिरफ्तार हो जाने के बाद भारत में उसे जेएमबी का प्रमुख बनाया गया था. वह बंगाल समेत देश के विभिन्न राज्यों में संगठन के लिए नये युवाओं को जोड़ने का काम कर रहा था. खागड़ागढ़ धमाके में उसके साथियों के गिरफ्तार होने के बावजूद वह सलाउद्दीन व कौसर से लगातार संपर्क में था. एजाज के खिलाफ विभिन्न राज्यों में दर्जनभर मामले दर्ज हैं. वह पकड़ा न जाये, इसके कारण दक्षिण भारत के विभिन्न जगहों में वह बंगाली मजदूरों के साथ मिल कर मजदूरी के काम की आड़ में छिपा हुआ था. हाल ही में वह गया लौटा था.
उन्होंने बताया कि सूत्रों से पता चला कि खागड़ागढ़ धमाके में शामिल एक अन्य सदस्य को बिहार के गया जिले में देखा गया है. इसके बाद एसटीएफ की एक टीम बिहार रवाना की गयी और इसकी गिरफ्तारी करने में सफलता मिली.
आतंकी एजाज पर आइपीसी की धारा-120 बी, 130 आइपीसी व चार, पांच एक्सप्लोसिव सब्सटैंसियल एक्ट के तहत मामला दर्ज है. इस मामले की सुनवाई चल रही है. इस मामले में आसिफ इकबाल, मुजिउर रहमान, राहुल अमीन, शजाद अली, मनिरूल इस्लाम, आसिफ इस्लाम, कादिर काजी व एजाज अहमद अभियुक्त बनाये गये हैं. सात आरोपितों का कोर्ट में ट्रायल चल रहा है, जिसमें आरोप गठित किया जा चुका है.
मोहम्मद एजाज अहमद अब तक इस मामले में फरार चल रहा था. पश्चिम बंगाल पुलिस में उपायुक्त प्रदीप कुमार दास के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. प्राथमिकी में घटनास्थल सियालदह बताया गया है. एजाज अहमद के गया के किराये के कमरे में तलाशी लेने के दौरान पुलिस को लैपटॉप, एक मोबाइल व जेहादी दस्तावेज मिले हैं. पश्चिम बंगाल से सुदीप्ताे विश्वास के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम यहां पहुंच कर एजाज को दबोचा है. एजाज को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एकादश संदीप सिंह की अदालत में ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश किया गया. जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता एसटीएफ को सौंप दिया गया.
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में बर्दवान जिले के खागड़ागढ़ में एक घर में बम बनाते वक्त हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये. मौके से भारी मात्रा में जिंदा बम, बारूद समेत बम तैयार करने का मसाला और धारदार हथियार बरामद हुए थे. बाद में घटना के तार आतंकी संगठन जेएमबी से जुड़े.