दरिंदों ने नदी किनारे सामूहिक दुष्कर्म के बाद बेहोशी की हालत में छोड़ा
जिला अस्पताल की रिपोर्ट में दुष्कर्म का उल्लेख नहीं होने से मामला रहस्यजनक
धूपगुड़ी : एक और निर्भया कांड से धूपगुड़ी दहल गयी. एक युवा गृहिणी से पांच दरिंदों ने नदी किनारे सारी रात दुष्कर्म किया और उसके बाद उसे बेहोशी की हालत में वहीं दर्द से कराहते छोड़कर चल दिये. बुधवार को तड़के धूपगुड़ी नगरपालिका के एक नंबर वार्ड अंतर्गत भवालपाड़ा इलाके की बामनी नदी के कछार से स्थानीय लोगों ने बेहोशी की हालत में महिला को निकाला.
उसके बाद एक टोटो चालक के सहयोग से उसे धूपगुड़ी ग्रामीण अस्पताल ले जाकर प्राथमिक उपचार कराने के बाद उसे जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलियटी अस्पताल में रेफर किया गया है. पीड़िता ने अस्पताल के बिस्तर से बताया है कि पांच लोगों ने उससे दुष्कर्म करने के बाद उसे वहां छोड़ दिया. हालांकि वह दुष्कर्मियों को नहीं पहचानती है. पीड़िता धूपगुड़ी शहर के निकट गादंग के कथापाड़ा इलाके की निवासी है. वह विवाहिता और दो संतान की मां है.
उधर, धूपगुड़ी ग्रामीण अस्पताल के चिकित्सक डॉ. देवदास मंडल ने बताया कि महिला के गुप्तांग में रक्तक्षरण हुआ है. प्राथमिक रुप से उनका मानना है कि यह दुष्कर्म की घटना है. कर्तव्यरत नर्सों का भी कहना है कि महिला के गुप्तांग में चोट के निशान मिले हैं. उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व पिछले साल एक आदिवासी महिला को अगवा कर नदी किनारे उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी.
उस समय वहशियों ने महिला के गुप्तांग में रॉड घुसा दिया था. उस घटना को लोग आज भी दूसरे निर्भया कांड के रुप में याद कर सिहर उठते हैं. बीते कल एक बार फिर इस तरह की जघन्य घटना के बाद शहर के लोग महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल करने लगे हैं.
गुरुवार को घटना की जानकारी मिलने पर धूपगुड़ी की पूर्व विधायक ममता राय अस्पताल जाकर पीड़िता से मिलीं. चिकित्सकों ने उन्हें बताया है कि पीड़िता से दुष्कर्म किया गया है और उसकी अवस्था गंभीर है. खबर लिखे जाने तक इस सामूहिक दुष्कर्म कांड के सिलसिले में थाने में शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है. वहीं, धूपगुड़ी थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता के मद्देनजर स्वत:संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है.
जलपाईगुड़ी के एसपी अमिताभ माइती ने बताया कि पीड़िता की शारीरिक जांच जिला अस्पताल में की गयी है. उन्हें दुष्कर्म का कोई चिह्न नजर नहीं आया है. हालांकि धूपगुड़ी अस्पताल की रिपोर्ट में दुष्कर्म का उल्लेख है. शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है. शिकायत करने पर घटना की जांच की जायेगी. इस बीच दो तरह की मेडिकल रिपोर्ट को लेकर जिला पुलिस पशोपेश में है.
तब क्या माना जाये कि जलपाईगुड़ी पहुंचते पहुंचते रिपोर्ट बदल दी गयी है? सवाल है कि अगर महिला से दुष्कर्म नहीं किया गया तो उसके कपड़े में खून कैसे लगा? उसके पूरे शरीर में कीचड़ और बालू कहां से आया? महिला बार-बार बेहोश क्यों हो रही है? पीड़िता के पूरे शरीर में असह्य दर्द क्यों है? ये सारे सवाल किसी गंभीर घटना की ओर ही संकेत हैं.