पहलगाम के दर्दनाक हादसे में कानपुर के शुभम की भी मौत हो गई. जिनके शादी की तस्वीर अभी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं लाल लहंगे में प्यारी दुल्हन, सर पर सेहरा बांधे हंसता हुआ शुभम, फूलों से सजा खूबसूरत मंडप, दूल्हे दुल्हन की मुस्कुराती तस्वीर अब ऐशान्या और शुभम के परिवार के लिए असहनीय हो चुकी हैं जो एल्बम की तस्वीर शुभम और ऐशान्या के शादी की यादगार पल बनाने वाली थी वह अब हकीकत में ऐशान्या के लिए हमेशा के लिए यादगार रह जाएगी.शुभम और ऐशान्या का विवाह 2025 फरवरी महीने में हुआ था.घोड़ी पर सवार शुभम और लाल लहंगे में मुस्कुराते हुए दुल्हन, इकदूसरे का थामे हाथ हंसते हुए नज़र आ रहे थे. लेकिन उनको क्या पता था कि यह सफ़र सिर्फ चंद दिनों के लिए है और हंसता खेलता यह शादी का नया जोड़ा हमेशा के लिए एक दूसरे से विदा हो जाएगा.शुभम पहलगाम में अपनी पत्नी के साथ घुड़सवारी करने गए थे तभी अचानक से आए 2-3 लोग शुभम से जाति पूछे और शुभम के हिन्दू धर्म बताने पर शुभम के सीधे सर पर गोली चला दिया जिससे शुभम की मौके पर ही मौत हो गई.
कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी के चचेरे भाई ने यह बताया कि भाभी ने फोन कर यह सूचना दी कि घुड़सवारी के लिए ही हम लोग जा रहे थे तभी शुभम ने मैगी खाने के लिए वही पास में एक दुकान पर रुके जहां कुछ लोग आए और पूछे क्या तुम मुसलमान हो और बोला अगर मुस्लिम हो तो कलमा पढ़कर सुनाओ , लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनकी हत्या कर दी गई. भारत सरकार को इस दर्दनाक घटना का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए और हम सब को वहां मारे गए लोगों की हत्या का इंसाफ चाहिए. ताकि फिर कभी कोई ऐसे किसी हिंदुस्तानी पर गोली चलाने से पहले सौ बार सोचे.