राउरकेला. कुआरमुंडा-हाथीबाड़ी मार्ग पर 29 जुलाई, 2024 की रात हुए बसंत बड़ाईक हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. हत्याकांड में संलिप्त बसंत बड़ाईक के कार चालक चितरंजन सिंह और व्यावसायिक प्रतिस्पर्धी रामकुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है. वारदात में संलिप्त तीन अन्य आरोपी अब भी फरार हैं. उनकी तलाश में पुलिस अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर रही है. वारदात के बाद तफ्तीश में जुटी पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला था कि हत्या व्यावसायिक रंजिश के कारण हुआ था.
सात जुलाई को भी हुई थी हत्या की कोशिश
पुलिस के अनुसार, हाथीबाड़ी इलाके में रहनेवाला बसंत बड़ाईक मवेशियों के व्यवसाय में शामिल था. मवेशियों के व्यवसाय को लेकर रामकुमार साहू के साथ उसकी अदावत चलती थी. सात जुलाई, 2023 को भी बसंत बड़ाईक की हत्या की कोशिश हुई थी और इस मामले में रामकुमार सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया था. जेल से लौटने के बाद रामकुमार ने फिर एक बार बसंत को रास्ते से हटाने की योजना बनायी थी और इस बार बसंत के चालक चित्तरंजन सिंह को भी अपनी योजना में शामिल कर लिया था.
हत्या करने के बाद पुलिया के नीचे फेंक दिया था शव
29 जुलाई, 2024 की रात बसंत बड़ाईक जब राउरकेला से हाथीबाड़ी लौट रहा था, उसी समय कुआरमुंडा-हाथीबाड़ी मार्ग पर उनकी हत्या कर दी गयी थी. धारदार हथियार से उनपर हमला किया गया था और हत्या के बाद शव को कलवर्ट के नीचे फेंक दिया गया था. अगले दिन सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. जिसके बाद वारदात की तफ्तीश शुरू की थी.
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