बंदगांव : कराईकेला थाना के अति नक्सल प्रभावित नकटी पंचायत स्थित सेरेंगदा वनग्राम में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया.
मुखिया ने इस बारे में थाने को सूचना दे दी है, लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पुलिस लाश बरामद करने नहीं गयी. किसी बात को लेकर सोमवार को दिन के करीब एक बजे सेरेंगदा वनग्राम निवासी बिरसी नाग और उसके पति सोनजा नाग के बीच विवाद हो गया.
बात जब कहासुनी से आगे बढ़ी, तो बिरसी नाग (40) पर उसके पति सोनजा नाग ने धान कूटने वाले मूसल से उसके सिर पर प्रहार कर दिया. वह बुरी तरह से जख्मी होकर वहीं गिर गयी. सिर से अधिक मात्र में खून निकल जाने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. मृतका के तीन बच्चे हैं. बड़ी बेटी सात वर्ष, दूसरी बेटी पांच वर्ष की है जबकि एक दूध पीता बेटा है.
घटना को अंजाम देने के बाद सोनजा चिल्लाने लगा. वह गांव वालों को चिल्ला-चिल्लाकर अपनी पत्नी को मार डालने की बात कहने लगा. कुछ देर तक चिल्लाने के बाद वह जंगल की ओर भाग खड़ा हुआ. ग्रामीणों के मुताबिक रविवार की रात से ही आरोपी का दिमागी संतुलन बिगड़ा हुआ था.
गांव के लोगों ने इस घटना की जानकारी गांव के मुंडा के भाई तुरी मुंडा तथा सागर मुंडा को दी. उन्होंने नकटी पंचायत के मुखिया मिथुन गागराई को इस बाबत जानकारी दी. इसके बाद श्री गागराई ने कराइकेला थाने में इसकी सूचना दी. शव अब तक गांव में ही पड़ा हुआ है. नक्सली क्षेत्र होने के कारण पुलिस सूचना मिलने के बाद भी गांव नहीं पहुंच सकी है.
कराईकेला थाना से सेरेंगदा की दूरी 14 किलोमीटर है. सेरेंगदा गांव को नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. पूर्व में नक्सलियों ने सेरेंगदा गांव के कुछ लोगों को बीड़ी पत्ता नहीं चुनने तथा जंगल जाने से मना भी किया था. संभावना है कि मंगलवार को पुलिस लाश बरामद कर लेगी.