सिमडेगा. जेएसएलपीएस के तत्वाधान में ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने उद्देश्य से आरसेटी ने समूह की महिलाओं को 10 दिवसीय मशरूम उत्पादन पर प्रशिक्षण दिया. प्रशिक्षण में सिमडेगा सदर की 35 समूह की महिलाओं ने भाग लिया. प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को मशरूम की विभिन्न किस्मों, उनके उत्पादन की विधियां, देखभाल, विपणन और बिक्री से जुड़े पहलुओं का प्रशिक्षण दिया गया. आरसेटी के प्रशिक्षक ने कहा कि उनका उद्देश्य महिलाओं को ऐसी आजीविका का साधन मुहैया कराना है, जो कम लागत में शुरू की जा सके और स्थायी आय प्राप्त हो सके. मशरूम उत्पादन ऐसी ही एक तकनीक है, जिसमें कम स्थान और सीमित संसाधनों में भी अच्छी आमदनी की संभावना है. अब ये महिलाएं मशरूम उत्पादन कर स्थानीय बाजारों में अपने उत्पाद बेच सकती हैं. यह न सिर्फ महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण करेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त होगा. प्रशिक्षण के बाद सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण संबंधित प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. प्रशिक्षण समापन के दिन राज्य कार्यालय के प्रोजेक्ट मैनेजर, लाइवलीहुड संजय भगत व जिला कार्यक्रम प्रबंधक शांति मार्डी मुख्य रूप से उपस्थित थे.
योजनाओं की दी गयी जानकारी
ठेठईटांगर. ठेठईटांगर प्रखंड कार्यालय के सभागार में ग्रामीण बैंक ने जागरूकता शिविर का आयोजन किया. शिविर में उपस्थित झारखंड ग्रामीण बैंक सिमडेगा के शाखा प्रबंधक अवधेश कुमार झा ने झारखंड ग्रामीण बैंक से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए लाभ उठाने की बात कही. मौके पर उपस्थित लोगों को बचत योजना के अलावा, केसीसी ऋण, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, अटल पेंशन योजना, सुरक्षा बीमा के अलावा अन्य लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी. शिविर में बैंक सखी रेलिस डांग, संध्या केरकेट्टा, रोशनी डांग, साख फाउंडेशन के सीएफएल विनिता कुमारी के अलावा विभिन्न पंचायतों के मुखिया व ग्रामीण उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है