राजनगर. झारखंड के विभिन्न आदिवासी संगठनों के आह्वान पर बुधवार को सम्पूर्ण झारखंड बंद के तहत हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग (एनएच-220) के खोकरो गांव के पास बंद समर्थकों ने 5.30 घंटे आवागमन को ठप रखा. आवागमन सुबह छह से 11.30 बजे तक बाधित रहा. इससे सड़के के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. शिमाल मार्डी ने कहा कि मरांगबुरु (आदिवासियों का पारंपरिक धार्मिक स्थल) , लुगु बुरु, पिठोरिया दियुरी दिरी (तमाड़) और बेड़ो महदानी सरना स्थल की सुरक्षा की मांगों को लेकर बंद का आह्वान किया गया था.
थानेदार ने बंद समर्थकों समझा-बुझाकर जाम हटवाया
हाता -चाईबासा मुख्य मार्ग के खोकरो गांव में बंद समर्थक सुबह लगभग छह बजे निकले और मुख्य मार्ग पर बैलगाड़ी, पेड़ की डाली एवं लोहे का बैरियर लगाकर आवागमन को बाधित कर दिया. बंद समर्थकों ने गाड़ियों के अलावा बाइक, साइकिल को भी पार करने नहीं दिया. करीब 8.30 बजे बंद समर्थकों ने बाइक व साइकिल को बगल से पार होने दिया. खोकरो गांव में आवागमन बाधित होने से सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लम्बी कतार लग गयी. खोकरो गांव में आवागमन बाधित होने की सूचना मिलते ही सुबह 11.30 बजे थाना प्रभारी चंचल कुमार व एएसआइ सचिदानंद मुर्मू ने उनसे वार्ता की. तत्पश्चात 11.30 बजे से आवागमन शुरू हो गया.दुकानें खुली रहीं, लंबी दूरी की गाड़ियां नहीं चलीं:
वहीं राजनगर की सभी दुकानें आम दिनों की तरह खुली रहीं. राजनगर हाट में भी आम दिनों की तरह दुकानें लगी. लंबी दूरी की गाड़ियां नहीं चलीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है