खरसावां. खरसावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में 28 मई की शाम अनुपस्थित रहने पर एक चिकित्सक व दो कर्मियों पर सीएस डॉ अजय कुमार सिन्हा ने कार्रवाई की. सीएस ने तीनों लोगों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया है. उपायुक्त के निर्देश पर खरसावां बीडीओ प्रधान माझी ने 28 मई की शाम 6.20 में खरसावां सीएचसी का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान ड्यूटी रोस्टर के अनुसार चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कन्हैया लाल उरांव, एमपीडब्ल्यू चैतन्य मुर्मू व सफाई कर्मी लखन मुर्मू अनुपस्थित पाये गये थे. इस पर बीडीओ प्रधान माझी ने रिपोर्ट तैयार कर जिला को भेजी थी. इसी रिपोर्ट के आधार पर सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिन्हा ने कार्रवाई करते हुए अनुपस्थित चिकित्सा पदाधिकारी समेत दोनों कर्मियों को शोकॉज करते हुए 48 घंटों के भीतर जवाब मांगा है. साथ ही चिकित्सा पदाधिकारी व दोनों कर्मियों के 28 मई का वेतन अगले आदेश तक अवरुद्ध रखने का निर्देश दिया है.
समय पर कार्य और स्वच्छता पर फोकस
खरसावां प्रखंड का शुक्रवार को जिले उपायुक्त नितिश कुमार सिंह ने डीडीसी आशीष अग्रवाल व एडीसी जयवर्धन कुमार के साथ प्रखंड सह अंचल कार्यालय, खरसावां सीएचसी, अग्र परियोजना केंद्र व हल्दी प्रोसेसिंग केंद्र का निरीक्षण किया. निरीक्षण में डीसी ने बारी-बारी से सभी कार्यालयों में पहुंच कर कार्यों की जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान व्याप्त अव्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए सुधार लाने पर जोर दिया. सीएचसी में 24 घंटे चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया. साथ ही मरीजों को बेहतर ढंग से प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने की बात कही. डीसी ने कहा कि सीएचसी खरसावां में मिली खामियों को जल्द दूर किया जायेगा. साथ ही लोगों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी.सीएचसी में मिलीं खामियां दूर होंगी :
डीसी ने खरसावां प्रखंड सह अंचल कार्यालय में निरीक्षण के दौरान कर्मियों को सभी कार्यों का ससमय निष्पादन करने का निर्देश दिया. संचिकाओं को बेहतर व व्यवस्थित ढंग से रखने व कार्यालय में साफ-सफाई का विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया. इस दौरान बीडीओ प्रधान माझी, सीओ कप्तान सिंकू समेत अन्य कर्मी मौजूद थे. डीसी ने खरसावां के अग्र परियोजना केंद्र पहुंच कर तसर की खेती से लेकर तसर कोसा के उत्पादन तथा कोसा से सूत कताई व कपड़ों की बुनाई की जानकारी ली. तसर किसानों को मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछा. इसके बाद खेलारीसाही स्थित हल्दी प्रोसेसिंग केंद्र पहुंच कर हल्दी के गांठ को प्रोसेसिंग कर पाउडर बनाने तथा बाजार उपलब्ध कराये जाने की जानकारी ली. हल्दी व तसर की खेती को बढ़ाने पर भी डीसी ने जोर दिया. विकास योजनाओं में पारदर्शिता जरूरी है. कार्यस्थल पर योजना से संबंधित बोर्ड लगाया जाए, ताकि योजनाओं की सही जानकारी मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है