खरसावां.
खरसावां के चिलकू गांव में चैत्र संक्रांति पर छऊ नृत्य का आयोजन किया गया. सर्वप्रथम भोक्ताओं ने तालाब से घट लाकर गांव के शिवमंदिर में स्थापित किया. इसके बाद छऊ नृत्य का आयोजन किया गया. शिव शक्ति छऊ नृत्य कला केंद्र व हर हर महादेव छऊ नृत्य कला केंद्र के कलाकारों ने खरसावां शैली का मनमोहक नृत्य पेश कर दर्शकों का मन मोह लिया. गणेश नृत्य संग छऊ नृत्य की शुरुआत की गयी. कलाकारों ने महिषासुर वध, अभिमन्यु वध, राधा-कृष्ण मधुर मिलन, भक्त प्रह्लाद, शिव पूजा, इच्छाधारी नागीन, नरकासुर वध, कुंती-गांधारी शिव पूजा, जंगली शबर, मंगला पूजा, माखन चोरी के अलावे कई पौराणिक व आधुनिक नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया. कलाकारों ने दैनिक जीवन पर आधारित नृत्य प्रस्तुत कर जीवन के उतार चढ़ाव को प्रदर्शित किया.कील पर सोकर भोक्ता ने दिखायी भक्ति
चिलकू में शुक्रवार की सुबह चड़क पूजा का आयोजन किया गया. इस दौरान एक भोक्ता ने पाट यात्रा में एक पटरे पर गाड़े गये नुकीले कील पर सोकर प्रभु शिव के प्रति अपनी भक्ति को प्रदर्शित किया. इस दौरान पारंपरिक यात्रा घट, वृंदावन घट, गरियाभार घट व कालिका घट निकाली गयी. इस दौरान ज्योत्सना मंडल, सविता मुंडारी, हरे मोहन महतो, शंभूनाथ मंडल, बलभद्र महतो, रासबिहारी मडल, रथो गोप, राजकुमार सरदार, महेश्वर मंडल, शालीग्राम मंडल, कमलेश मुंडारी, दीपक नायक, विमल गांगुली, बाबुधन कालिंदी, राजेश मुंडारी, संजीत मंडल, कुकलू गांगुली, लक्ष्मण गांगुली समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है