तीनपहाड़. माह-ए-रमजान का 28वां रोजा शनिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रखा. इस पाक माह में लोगों ने नमाज अदा की और अल्लाह की इबादत की. इसके साथ ही जरूरतमंदों के बीच जकात और फितरा भी बांटा गया. लोगों ने ईद की तैयारियां शुरू कर दी हैं. बाजारों में कपड़ों की खूब खरीदारी हो रही है, जिसमें महिलाओं के लिए एलिना कट और पाकिस्तानी सूट की सबसे अधिक मांग है. वहीं, छोटी लड़कियों के लिए अफगानी सूट और लड़कों के लिए पंजाबी सूट व शेरवानी की खूब बिक्री हुई. इसके अलावा, तीनपहाड़ बाजार में सेवई की बिक्री भी बढ़ गयी है. यहां वर्षों से कलकतिया सेवई की काफी मांग रहती है. इसके अलावा, हाजी अलाउद्दीन, कडोरिया, हल्दीराम, पुखराज और भागलपुरी सेवई भी बाजार में खूब बिक रही है. सिर्फ सेवई ही नहीं, बल्कि सुरमा और इत्र की भी खूब खरीदारी हो रही है. इनमें अमीर, उमर, दिल्ली दरबार, रूह गुलाब और जन्नतुल फिरदौस जैसे इत्र उपलब्ध हैं. हालांकि, ईद पर सुरमा और इत्र की खरीदारी लोग ज्यादा चांद रात को करेंगे, लेकिन फिलहाल सेवई की बिक्री काफी बढ़ गई है. ईद को लेकर तीनपहाड़ बाजार में किराने की दुकानों पर भी सेवई बिक रही है. लोग इफ्तार के बाद बचे सामानों की खरीदारी में जुट गए हैं, जिससे शाम के समय बाजारों में भीड़ देखने को मिल रही है. सेवई के दाम – हाजी अलाउद्दीन – 800 रुपये किलो – कडोरिया क्रीम डब्बा – 400 रुपये – हल्दीराम शाही लच्छा – 800 रुपये किलो – हल्दीराम मिल्क लच्छा – 350 रुपये किलो – भीखाराम मिल्क लच्छा – 600 रुपये किलो – कानपुरी सेवई – 80 रुपये किलो – बनारसी सेवई – 500 रुपये किलो – बम्बइया सेवई – 500 रुपये किलो – भागलपुरी सेवई – 120 रुपये किलो – रुमाली सेवई – 80 रुपये किलो – कलकतिया सेवई – 200 रुपये किलो टोपी और गमछे की बिक्री बाजार में सेवई के अलावा नमाज पढ़ने की टोपी भी खूब बिक रही है. टोपी की कीमत 60 रुपये से 200 रुपये प्रति पीस तक है, जबकि गमछे की कीमत भी 60 रुपये से 200 रुपये तक है.
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