Putin India Visit: अमेरिका की ओर से टैरिफ में भारी इजाफा के बाद भारत और रूस ने शुक्रवार को आर्थिक और व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. दोनों देशों ने एक पंचवर्षीय योजना पर भी सहमति बनायी है. दोनों देशों के बीच बिजनेस फोरम में फ्री ट्रेड पर चर्चा हुई. भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- राष्ट्रपति पुतिन और मैंने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार के लिए 100 बिलियन डॉलर के व्यापार को पार करने का टारगेट रखा है. पीएम मोदी ने कहा कि हालांकि उन्हें नहीं लगता कि हमें 2030 तक इंतजार करना होगा. हम उस गोल को तय समय से पहले पूरा करने के इरादे के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
दोनों देशों के लिए फायदेमंद है साझेदारी- पीएम मोदी
भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से उभर रही है. हमारी युवा प्रतिभाओं में वैश्विक आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता है. रूस की जनसांख्यिकीय और आर्थिक प्राथमिकताओं को देखते हुए भारत रूस समझौता दोनों देशों के लिए बेहद फायदेमंद है. जब हम भारतीय प्रतिभाओं को रूसी भाषा और सॉफ्ट स्किल्स में प्रशिक्षित करेंगे, तो हम मिलकर रूस के लिए तैयार एक वर्कफोर्स विकसित कर सकते हैं जो दोनों देशों की समृद्धि को नई रफ्तार देगा. पीएम मोदी ने कहा कि हमने दोनों देशों के नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा पर कई अहम फैसले लिए हैं. इससे दोनों देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, टूर ऑपरेटरों के लिए नए व्यावसायिक अवसर पैदा होंगे और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे.
आत्मनिर्भर बनता जा रहा है भारत- पुतिन
भारत मंडपम में बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि वो इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत एक स्वतंत्र और संप्रभु नीति पर चल रहा है. साथ ही बहुत अच्छे रिजल्ट भी पा रहा है. पुतिन ने कहा कि आज भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. पीएम मोदी की अच्छी आर्थिक नीति और मेक इन इंडिया प्रोग्राम जैसे बड़े ऐतिहासिक पहल की वजह से इंडिया टेक्नोलॉजी के मामले में संप्रभु बन रहा है. भारत के IT और फार्मा सेक्टर दुनिया में प्रमुख स्थान पर हैं. रूसी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि हमारा द्विपक्षीय व्यापार स्थाई गति से बढ़ रहा है.

