साहिबगंज. मुस्लिम महिलाओं को शिक्षित होने की जरूरत है. तभी कौम का विकास संभव हो पायेगा. ये बातें बेदारी कॉन्फ्रेंस सह मोशायरा में आसनसोल के मौलाना मुफ्ती सईद असद काशमी ने कही. एलसी रोड यंग बॉयज कमेटी ने आयोजन किया था. महिलाओं के दीनी और दुनियावी शिक्षा देने पर जोर दिया गया. उन्होंने कहा कि आपको अच्छा लग रहा होगा कि हमारी पत्नी घर से बाहर निकाल कर मीटिंग करती है. पैसे लाकर देती है. यह पैसे मेरे जिंदगी में कितना कारगर साबित होगा. यह शायद आपको पता नहीं है. आप निश्चित रूप से धीरे-धीरे खोखला होते जा रहे हैं. बेंगलुरु के मौलाना हजरत नइमुद्दीन काशमी ने कहा कि आज के समय में हमलोग पश्चिमी सभ्यता की तरफ चल पड़े हैं. इसमें न सही से खान की तरीका होता है. न सही से कपड़ा पहनने की. ना ही बड़े-छोटों की इज्जत करने की. पश्चिमी सभ्यता से बच्चे और खासकर अपनी घर की महिलाओं की इज्जत को बाजार में नीलाम होने से बचा ले. जामा मस्जिद के इमाम अलहाज मुफ्ती अंजार हुसैन कासमी ने भी आज के समय पर हो रही समस्याओं को देखते हुए कई प्रमुख बातों को रखा. कहा कि हर बीमारी का इलाज शिक्षा से है. अगर हम शिक्षित रहेंगे, तो निश्चित रूप से हराम और हलाल की पहचान होगी. वहीं आयोजित इश्लाहे ए मोआसरा कार्यक्रम में शुक्रवार की देर रात्रि राजमहल विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहम्मद ताजुद्दीन उर्फ एमटी राजा बतौर खुशी मेहमान शामिल हुए, मौके पर यंग बॉयज कमेटी के द्वारा नवनिर्वाचित विधायक मोहम्मद ताजुद्दीन को फूलों के गुलदस्ता और सोल उठाकर कमेटी के सदस्यों ने बारी-बारी से सम्मानित किया. मौके पर कमेटी के मो शमशाद आलम, मो इकबाल अली, मो शाहिद अली आदि मौजूद थे.
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