अंत . िपछले चार माह से िजले के पहाड़ी इलाकों में मचा रखा था उत्पात
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गोली मारने के आदेश मिलते ही नवाब ने हाथी को मार डाला
अंत . िपछले चार माह से िजले के पहाड़ी इलाकों में मचा रखा था उत्पात तीन माह से लगातार झुंड से बिछड़े हाथी ने साहिबगंज के पहाड़ी इलाकों में उत्पात मचा कर रखा हुआ था. शुक्रवार को आखिरकार हंटर नवाब ने हाथी को मौत की नींद सुला दी. हाथी ने भी अब तक 11 लोगों […]
तीन माह से लगातार झुंड से बिछड़े हाथी ने साहिबगंज के पहाड़ी इलाकों में उत्पात मचा कर रखा हुआ था. शुक्रवार को आखिरकार हंटर नवाब ने हाथी को मौत की नींद सुला दी. हाथी ने भी अब तक 11 लोगों की जान ली थी और कई लोग घायल और बेघर हो गये थे.
साहिबगंज : भविष्य में जान-माल की क्षति को रोकने के लिए व हाथी के आतंक को अंत करने के लिए हाथी को गोली मारने का आदेश प्राप्त करने के बाद हंटर नवाब ने 11 अगस्त को शाम 5:42 बजे हाथी को दो गोली मार कर हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दी. यह बातें क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक दुमका सत्यजीत सिंह ने शनिवार को दोपहर एक बजे साहिबगंज वन प्रमंडल कार्यालय परिसर में आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस में कही. उन्होंने कहा कि साहिबगंज जिले के मंडरो, बोरियो, तालझारी व बरहेट के घोघी,
जोकमारी, नगरभीठा, फुलभंगा, कचौड़ी, तेतरिया, भतभंगा पगार को गंभीर रूप से क्षति पहुंचाया. हाथी ने कुल 11 लोगों को कुचल कर मार डाला था. यह हाथी 22 मार्च 2017 को बिहार से साहिबगंज के पहाड़ में प्रवेश किया था. हाथी के स्वभाव में अप्राकृतिक परिवर्तन हो गया था. इस कारण हाथी इंसानों को दौड़ाने लगा था. झुंड से बिछड़े हाथी पर मनोवैज्ञानिक एवं शारीरिक तनाव स्वाभाविक था. क्योंकि यह एक कुशाग्र वनप्राणी है. हाथी संघर्ष की बढ़ती घटनाओं के कारण हाथी को बेहोश कर पकड़ने का आदेश प्राप्त का अथक कार्रवाई की गयी. इस कार्रवाई हेतु हैदराबाद से हंटर नवाब एवं उनकी टीम, जिला पुलिस एवं प्रशासन के पदाधिकारी, कर्मचारी, रांची चिड़ियाघर के सीनियर पशु चिकित्सक डॉ अजय कुमार, जिला के दो पशु चिकित्सक डॉ सतीश एवं डॉ उदय कुमार मेहता, उत्तर प्रदेश के छह महावतों की टीम बंगाल के बाकुड़ा के हाथी को खोजने व भगाने हेतु मशाल धारा टीम सहित साहिबगंज, गोड्डा, देवघर, पाकुड़ व दुमका के पदाधिकारी व वन कर्मी शामिल थे. हाथी को बेहोश करने की प्रक्रिया में अनेक कठिनाइयां आयी. अंत में हाथी को गोली मारने का आदेश मिलने के बाद हंटर नवाब ने हाथी को दो गोली मार कर मौत की नींद सुला दी.
दीर्घकालीन याेजना की जरूरत : साहिबगंज डीएफओ ने बताया कि मानव हाथी संघर्ष के संबंध में दीर्घकालीन योजना बनाने हेतु उच्चाधिकारी से अनुरोध किया जा रहा है. इस योजना में परित्यम्य संताल, अनाथ, गंभीर रूप से घायल एवं झुंड से भटके हाथी के पालन-पोषण इलाज एवं पुनर्वास हेतु प्रयास किये जा सके. एलीफेंट रेस्क्यू सेंटर साहिबगंज में बनाने हेतु एक प्रस्ताव तैयार कर हेतु विचारणीय है.
जिले के मंडरो, बोरियो, तालझारी समेत बरहेट क्षेत्र के लोग थे परेशान
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