विशेष संवाददाता, रांची. रांची विवि मुख्यालय व कॉलेज के कर्मियों को अब एसीपी व एमएसीपी का लाभ मिलेगा. कर्मियों का इसका लाभ विवि के आंतरिक स्रोत से दिया जायेगा. उक्त निर्णय गुरुवार को कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित वित्त समिति की बैठक में लिया गया. विवि के इस निर्णय से मुख्यालय व कॉलेजों के कर्मियों को मिलाकर प्रतिमाह लगभग चार से आठ लाख रुपये का खर्च आयेगा. इधर समिति ने विवि के शिक्षकों व कर्मचारियों की ग्रेच्युटी राज्य सरकार के कर्मियों की भांति बढ़ा दी है. अब ग्रेच्युटी की राशि 20 लाख रुपये से बढ़ा कर अधिकतम 25 लाख रुपये कर दी गयी है. बैठक में सात मार्च को आयोजित होनेवाले 38वें दीक्षांत समारोह के आयोजन के लिए लगभग 55 लाख रुपये के बजट की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी. समारोह का आयोजन मोरहाबादी स्थित दीक्षांत मंडप में होगा. इसमें आठ हजार विद्यार्थियों के डिग्री की स्वीकृति दी जायेगी, जबकि 4200 विद्यार्थियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया जायेगा. इसमें 77 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिये जायेंगे. बैठक में कुलपति के अलावा वित्त परामर्शी अजय कुमार, रजिस्ट्रार डॉ जीसी साहु, वित्त पदाधिकारी डॉ प्रीतम कुमार, सीसीडीसी डॉ पीके झा, परीक्षा नियंत्रक डॉ विकास कुमार, कॉमर्स डीन डॉ अमर कुमार चौधरी, सोशल साइंस डीन डॉ जितेंद्र शुक्ला, मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार आदि सदस्य उपस्थित थे. —————————————————————– मालूम हो कि राज्य सरकार ने अगस्त 2024 से कर्मियों को एसीपी व एमएसीपी का भुगतान करने पर रोक लगा दी थी. हालांकि राज्य सरकार ने विवि को छूट दी थी कि वे अगर चाहें, तो अपने आंतरिक स्रोत से कर्मियों को इसका लाभ दे सकते हैं. कर्मियों को सितंबर 2024 से इसका लाभ मिलेगा. एसीपी व एमएसीपी का लाभ लेने के लिए कर्मचारियों ने कई बार आंदोलन भी किया. मामला हाइकोर्ट तक पहुंच गया.
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