पिपरवार. संयुक्त मोर्चा की बैठक पंचवटी सभागार में बुधवार रात रवींद्रनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई. इसमें संयुक्त मोर्चा द्वारा रविवार को संडे ड्यूटी कटौती को लेकर किये गये आंदोलन की समीक्षा की गयी. बैठक में आंदोलन पर चर्चा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मजदूरों ने चट्टानी एकता का परिचय दिया है, जो पिपरवार क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है. इसी तरह आगे भी मजदूरों को आपसी एकता बनाये रखने की जरूरत है. वर्तमान में विभागीय खनन पर चर्चा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन का आउटसोर्सिंग के प्रति झुकाव की वजह से मजदूरों की समस्याएं बढ़ रही है. मोर्चा नेताओं ने प्रबंधन से विभागीय पैच चलाने का सुझाव दिया. इसके लिए प्रबंधन से अतिशीघ्र भूमि व्यवस्था करने की मांग की. साथ ही प्रबंधन से 16 मार्च से पूर्व पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त करने का भी सुझाव दिया. जिससे आगे विभागीय पैच सुचारू रूप से चलाया जा सके. वक्ताओं ने कहा कि उक्त बिंदुओं पर सीसीएल हेडक्वार्टर तक को ध्यान नहीं है. जिसका परिणाम मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है. वहीं, कुछ वक्ताओं ने कहा कि कोयला उत्पादन व संप्रेषण प्रबंधन के जिम्मे है. फिर भी बलि का बकरा मजदूरों को बनाया जा रहा है. कहा कि मजदूर आठ घंटे ड्यूटी करने को तैयार है, प्रबंधन काम उपलब्ध कराये. चर्चा के बाद सर्वसम्मति से समस्याओं से संबंधित एक ज्ञापन प्रबंधन को सौंपने का निर्णय लिया गया. संचालन इस्लाम अंसारी ने किया. मौके पर एसके चौधरी, भीम सिंह यादव, अरविंद शर्मा, दिलीप गोस्वामी, ओमप्रकाश प्रजापति, भीम प्रसाद मेहता, इकबाल हुसैन, संजय सिंह, रहमतुल्लाह, रामू गोप, कयूम अंसारी, बिजेंद्र सिंह, अरूण सिंह, अब्दुल्ला, रवींद्र कुमार सिंह, अकलु राम, अनिल कुंवर आदि सभी यूनियन के क्षेत्रीय व शाखा के पदधारी उपस्थित थे.
बैठक कर रविवार को संडे ड्यूटी कटौती को लेकर किये गये आंदोलन की समीक्षा
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

