वरीय संवाददाता, रांची. राज्य में 38 करोड़ रुपये से अधिक के शराब घोटाला केस में पूछताछ और रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद शनिवार को एसीबी ने तत्कालीन और वर्तमान में निलंबित उत्पाद सचिव विनय चौबे और संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह को कोर्ट में प्रस्तुत किया. इसके बाद दोनों अधिकारियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. पूछताछ के दौरान दोनों से शराब के कारोबार, दो कंपनियों द्वारा फर्जी बैंक गारंटी जमा कर मैन पावर सप्लाई करने का काम लेने सहित अन्य बिंदुओं पर पूछताछ की गयी. लेकिन विनय चौबे पूछताछ के दौरान एसीबी को असहयोग करते रहे. उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया. इन्होंने एसीबी को कई सवालों की स्पष्ट जानकारी नहीं दी. गजेंद्र सिंह से पूछताछ के दौरान भी एसीबी को कोई विशेष जानकारी नहीं मिली. इधर, शराब घोटाला केस में शनिवार को एसीबी की टीम ने शराब कारोबार से जुड़े उमा शंकर सिंह से घंटों पूछताछ की. इनसे विशेष रूप से इनकी कंपनी के बारे में जानकारी हासिल की गयी. उल्लेखनीय है कि इस केस में एसीबी ने इन्हें नोटिस भेजकर पूछताछ के बुलाया था. नोटिस 26 मई को हटिया चांदनी चौक चौहान हाउस स्थित इनके पते पर भेजा गया था.
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