पिपरवार. पिपरवार में शनिवार को कोल इंडिया का 50वां स्थापना दिवस मनाया गया. पिपरवार जीएम ऑफिस परिसर में जीएम संजीव कुमार ने झंडोत्तोलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की. सीसीएल कर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिपरवार की उन्नत तकनीक व मशीनों की वजह से एशिया में अपनी पहचान रही है. आज पिपरवार क्षेत्र डाउन फॉल में चल रहा है. लेकिन पिपरवार की महत्ता आज भी कायम है. नये वित्तीय वर्ष में पिपरवार में मंगरदाहा भूमिगत खान व अशोक वेस्ट दो परियोजनाएं प्रारंभ होनेवाली हैं. जिससे पिपरवार एक बार पुन: उत्पादन में परचम लहरायेगा. उन्होंने कहा कि आनेवाले कुछ वर्षों में कोयले पर निर्भरता कम होने वाली है. कोयले की जगह अक्षय ऊर्जा पर निर्भरता बढ़नेवाली है. इस दिशा में हम पहले ही कदम बढ़ा चुके हैं. पिपरवार में हम सौर ऊर्जा से 20 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहे हैं. लेकिन यह जरूरत के हिसाब से बहुत कम है. उन्होंने आइसीसीसी (इंटरग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर) की स्थापना में पिपरवार क्षेत्र की अहम भूमिका के लिए शुक्रवार को कोल इंडिया मुख्यालय कोलकाता में एक समारोह के दौरान अशोक परियोजना को माइनिंग मिनिरल्स का अवॉर्ड मिलने की जानकारी दी. जीएम ने सीसीएल कर्मियों से कंधे से कंधा मिला कर उत्पादन लक्ष्य 5.5 की जगह 7.7 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने की अपील की. इस अवसर पर प्रबंधन द्वारा 50 सीसीएल कर्मियों को प्रोन्नति दी गयी. जीएम ने उन्हे पत्र सौंपा. अंत में लोगों के बीच मिठाइयों का वितरण किया गया. मौके पर एसओपी नागेश गोपाल, अशोक पीओ जितेंद्र कुमार सिंह, अशोक वेस्ट पीओ विमल कुमार सहित कई अधिकारी कर्मचारी व एसीसी मेंबर उपस्थित थे.
कोल इंडिया के स्थापना दिवस पर जीएम ने की लक्ष्य से अधिक उत्पादन करने की अपील
स्थापना दिवस पर बंटी मिठाइयां, 50 कर्मियों को मिली प्रोन्नतिB
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