प्रतिनिधि, ओरमांझी. कुच्चू में श्री श्री 1008 शिव शक्ति, हनुमत प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ सह श्रीराम कथा के दूसरे दिन यज्ञाचार्य पंडित रामदेव पांडेय ने मंडप पूजन, देवताओं का आह्वान, आरती, मंथन, अग्नि प्राकट्य, जलाधिवास विधि-विधान पूर्वक कराया. संध्या में वृंदावन से आये कथावाचक श्री अतुल कृष्ण भारद्वाज जी महाराज ने मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की जीवन गाथा का बखान किया. उन्होंने कहा कि मनुष्य जब अपनी अनंतावश भौतिक सुख के लिए दुराचार, पापाचार, व्यभिचार में लिप्त हो जाता है तो उसे नारकीय जीवन-यापन करना पड़ता है. वह परमात्मा तक नहीं पहुंच पाता है. बार-बार जीवन-मरण की लीला में भटकता रहता है. उन्होंने कहा कि इस कलयुग में श्रीमदभागवत व श्री रामचरितमानस रूपी गंगा ही प्राणी को इस भवसागर से पार कराकर आत्मा का परमात्मा से मिलन करा सकती है. इस कलयुग में केवल राम नाम व सत्संग ही मोक्ष का आधार है. उन्होंने कहा कि चार जगहों पर बिना बुलाये भी जाना चाहिए. पिताजी के घर, मित्र के घर, स्वामी के घर व गुरु के घर. परंतु जब कोई समारोह हो तो बिना बुलाये नहीं जाना चाहिए. ऐसी स्थिति में अपमानित होने के अलावा कुछ भी नहीं मिलता है. इस अवसर पर कथा में राज्यसभा सांसद आदित्य प्रसाद साहू, पूर्व सांसद रामटहल चौधरी, प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक, पूर्व विधायक जितूचरण राम, नंदगोपाल साहू, रंधीर चौधरी, मनोज गुप्ता, तपेश्वर केशरी, मनोज गुप्ता, उमाशंकर साहू, दुर्गा शंकर साहू, चनु महतो सहित सैकड़ों महिला व पुरुष श्रद्धालु मौजूद थे. कुच्चू में आयोजित नौ दिवसीय महायज्ञ का दूसरा दिन
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