खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में ‘पर्यावरण संरक्षण में हमारी सहभागिता विषय पर संगोष्ठी रांची. शिव शिष्य परिवार की ओर से रविवार को खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में ‘पर्यावरण संरक्षण में हमारी सहभागिता विषय पर संगोष्ठी हुई. दीदी बरखा आनंद ने कहा कि वन के महत्व से हम सभी परिचित हैं. अगर हम इतिहास के पन्नों को पलट कर देखेंगे, तो हम पायेंगे कि पूर्व में वनों का प्रतिशत ज्यादा था, जनसंख्या कम थी. लेकिन, बाद में जनसंख्या वृद्धि, औद्योगिकीकरण, शहरीकरण के नाम पर वनों का विनाश होता गया, जिसका परिणाम आज हाल की घटनाओं के रूप में प्रकट हो रहा है. कहीं सूखा तो कहीं बाढ़, तो कहीं भू-स्खलन के रूप में हमारे सामने आ रहा है. इसलिए हम सभी को यह प्रण लेना होगा कि वन बचेंगे तभी मानव का अस्तित्व बचेगा. मुख्य सलाहकार अर्चित आनंद ने कहा कि हम सभी ने मिलकर पिछले 20 वर्षों में लगभग एक करोड़ से ज्यादा वृक्ष लगाये हैं. प्रोफेसर रामेश्वर मंडल ने कहा कि शिव की शिष्यता से मन निर्मल किया जा सकता है. सचिव अभिनव आनंद ने कहा कि वृक्ष आदिकाल से मनुष्य के हितैषी रहे हैं. कार्यक्रम को निहारिका, राजेश कुमार ने आदि ने संबोधित किया. कथा स्थल पर भजनों की गंगा बही. कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

