Second JPSC Scam: रांची-सीबीआई के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत ने द्वितीय जेपीएससी नियुक्ति घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट पर संज्ञान लिया है और समन जारी करने का आदेश दिया. द्वितीय जेपीएससी नियुक्ति घोटाले में सीबीआई ने पूर्व अध्यक्ष दिलीप प्रसाद समेत 60 लोगों को आरोपी बनाते हुए चार्जशीट दाखिल की है.
12 परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ाये गये थे
सीबीआई ने चार्जशीट में खुलासा किया है कि जेपीएससी के तत्कालीन सदस्य और को-आर्डिनेटर के कहने पर 12 परीक्षार्थियों के नंबर बढ़ाये गये थे. कई अभ्यर्थियों की कॉपियों में काट-छांट कर नंबर बढ़ाये गये और सफल उम्मीदवारों के इंटरव्यू में मिले वास्तविक नंबर को भी बढ़ाया गया. सीबीआइ ने पिछले वर्ष अक्तूबर में करीब 12 साल बाद अपनी जांच पूरी कर रांची सीबीआइ के स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद अदालत ने शुक्रवार को चार्जशीट में अभियुक्त बनाये गये अधिकारियों के विरुद्ध समन जारी करने का आदेश पारित कर दिया है. हाइकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान वर्ष 2012 में इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपी थी. इससे पहले पिछले वर्ष मई में सीबीआई ने 37 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
चार्जशीट में इनके हैं नाम
चार्जशीट में प्रमोशन पाकर एसपी बने अधिकारियों सहित जेपीएससी के पूर्व पदाधिकारी व सदस्य के नाम
सीबीआई की चार्जशीट में ऐसे अधिकारियों के भी नाम हैं, जो प्रमोशन पाकर डीएसपी से एसपी बन चुके हैं. इसके अलावा जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष दिलीप कुमार प्रसाद, सदस्य गोपाल प्रसाद सिंह, शांति देवी, राधा गोविंद सिंह नागेश, एलिस उषा रानी सिंह, अरविंद कुमार, सोहन राम, प्रशांत कुमार लायक, राधा प्रेम किशोर, विनोद राम, हरिशंकर बड़ाइक, हरिशंकर सिंह मुंडा, रवि कुमार कुजूर, मुकेश कुमार महतो, एसए खन्ना, बटेश्वर पंडित, को-आर्डिनेटर परमानंद सिंह, अल्बर्ट टोप्पो, एस अहमद, नंदलाल, कुंदन कुमार सिंह, मौसमी नागेश, कानूराम नाग, लाल मोहन नाथ शाहदेव, प्रकाश कुमार, कुमारी गीतांजलि, संगीता कुमारी, रजनीश कुमार, शिवेंद्र, संतोष कुमार चौधरी, कुमार शैलेंद्र एवं हरि उरांव सहित अन्य शामिल हैं.
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