रांची. रिम्स में 100 डॉक्टरों की पदोन्नति का मामला तीन महीने से लटका हुआ है. डॉक्टरों ने पदोन्नति के लिए नवंबर 2024 में साक्षात्कार दिया था. वहीं, साक्षात्कार के एक सप्ताह बाद रिजल्ट भी तैयार कर लिया गया था, लेकिन सफल अभ्यर्थियों की सूची अभी तक जारी नहीं की गयी है. सूत्रों ने बताया कि रिम्स द्वारा डॉक्टरों की पदोन्नति की फाइल स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य मंत्री को भेजी गयी है, लेकिन मामला वहीं पर जाकर फंस गया है. वहीं, पदोन्नति की जानकारी के लिए डॉक्टर रिम्स के प्रशासनिक विभाग में जाकर पता कर रहे हैं, लेकिन वहां रोज अलग-अलग जानकारी दी जा रही है.
यहां बता दें कि डॉक्टरों ने असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर से एडिशनल प्रोफेसर और एडिशनल से प्रोफेसर पद पर पदोन्नति के लिए साक्षात्कार दिया है. पदोन्नति का मामला वर्ष 2022 से 2024 तक का है, जिसका इंतजार डॉक्टर लंबे समय से कर रहे हैं. वर्ष 2021 तक डॉक्टरों की पदोन्नति कर दी गयी है. वहीं, पदोन्नति से एमबीबीएस और पीजी सीट का मापदंड नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के अनुरूप भी हो जाता.रिम्स से संबंधित एक दर्जन फाइल विभाग में लंबित
रिम्स में डॉक्टर और नर्स की नियुक्ति, नयी बिल्डिंग के निर्माण और मरीज हित में लिये गये कई निर्णय की फाइल स्वास्थ्य विभाग में लटकी हुई है. अगर इन फाइलों का निबटारा हो जाता, तो रिम्स में मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलती.मंत्री ने कहा
डॉक्टरों की पदोन्नति और बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए सरकार प्रयासरत है. रिम्स की लंबित फाइल का शीघ्र निबटारा किया जायेगा. शीघ्र शासी परिषद की बैठक भी आयोजित की जायेगी.
डॉ इरफान अंसारी, स्वास्थ्य मंत्रीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है